जनता दरबार में दर्ज हुई 28 शिकायतें, डीएम ने अधिकारियों को दिए निस्तारण के निर्देश

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बागेश्वर। जनता की समस्याओं के निराकरण के लिए सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल जनता दरबार कार्यक्रम सोमवार को जिलाधिकारी अनुराधा पाल के अध्यक्षता में तहसील सभागार में आयोजित हुआ।

जनता दरबार में दूर-दराज से आए फरियादियों द्वारा आपदा से क्षतिग्रस्त सड़क,आवास,बिजली,पेयजल लाइनों,प्रतिकर, जंगली जानवरों से बचाव आदि मामलों को लेकर अनेक समस्याओं के बारे में जिलाधिकारी को अवगत कराया। जनता दरबार में कुल 28 शिकायतें एवं समस्याएं दर्ज हुई। अधिकांश शिकायतों एवं समस्याओं का जिलाधिकारी ने जिला स्तरीय अधिकारियों की मौजूदगी में निराकरण किया। जिन शिकायतों एवं समस्याओं का निराकरण जनता दरबार में नही हुआ है,या शासन स्तर की रही है उनका निस्तारण एक पक्ष में करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।

जिलाधिकारी ने फरियादियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि आपदा से क्षतिग्रस्त परिसम्पत्तियों के निर्माण कार्य शीघ्र करा लिए जाएंगे। नगर निकाय क्षेत्रों के पैदल मार्गों और अंधेरे वाले स्थानों पर प्रकाश की व्यवस्था के निर्देश ईओ नगर पालिका को दिए गए। फरियादियों द्वारा जनता दरबार में सड़क मार्ग और दीवारों को लेकर उठाई गई समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी ने पीएमजीएसवाई और पीडब्ल्यूडी विभाग को दो दिन के भीतर सर्वे कर रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है।

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पीएमजीएसवाई बागेश्वर के अधिशासी अभियंता जनता दरबार में उपस्थित नही होने पर डीएम ने वेतन रोकने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि वर्तमान में मानसून सक्रिय है। अपरिहार्य स्थिति को छोड़कर सभी अवकाश रदद् किए गए है,लिहाजा कोई भी अधिकारी बिना अनुमति के मुख्यालय नही छोड़ेंगे।

जनता दरबार में रामप्रसाद,रमेश गिरी,अर्जुन सिंह,पूरन तिवारी,दीपचंद जोशी,हरीश नेगी द्वारा अपने अपने गांव की क्षतिग्रस्त सड़क मार्गों को लेकर समस्या रखी। जिस पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी को तात्कालिक रूप से होने वाले कार्यों का दो दिन के भीतर सर्वे कर रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। विशन सिंह लुमियाल ने पुड़कुनी गांव में पेयजल लाईन क्षतिग्रस्त होने का मामला उठाया। तथा पेयजल आपूर्ति की मांग की गई। जिलाधिकारी ने ईई जल संस्थान को तुरन्त पानी की आपूर्ति सुचारू करने के निर्देश दिए। मोहन सिंह रावत द्वारा मुआवजा नही मिलने को लेकर शिकायत की। जिस पर जिलाधिकारी ने ईई पीएमजीएसवाई को तत्काल शासन को मांग पत्र भेजने के निर्देश दिए। उसके उपरांत जिलाधिकारी ने सीएम हेल्पलाइन और जन समर्पण पोर्टल पर दर्ज शिकायतों की भी समीक्षा की। एक माह से ऊपर लम्बित शिकायतों को जिलाधिकारी ने तीन दिन के भीतर निस्तारण करने के निर्देश सम्बंधित विभागों को दिए है। इसमें सर्वाधिक शिकायत वन विकास निगम की 12,जल संस्थान की 9,विद्युत की 9 पीएमजीएसवाई की 7 पीडब्ल्यूडी की 5 शिकायतें शामिल है। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों को लेकर सम्बंधित शिकायतकर्ता से भी अधिकारी संवाद करते रहें। तथा उनकी शिकायतों एवं समस्याओं का यथा समय समाधान करना सुनिश्चित करें।

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जनता दरबार में मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी, उपजिलाधिकारी मोनिका, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ कुमार आदिय तिवारी, मुख्य शिक्षा अधिकारी जीएस सौन, जिला पूर्ति अधिकारी मनोज कुमार बर्मन, सेवायोजन अधिकारी प्रवीण गोस्वामी, उद्यान अधिकारी आरके सिंह, कृषि अधिकारी राजेन्द्र उप्रेती, ईई सिंचाई केके जोशी, पीएमजीएसवाई अंबरीश रावत, विद्युत मो अफजाल, समाज कल्याण अधिकारी हेम तिवारी,ईओ हयात सिंह परिहार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।