लोकतंत्र और संविधान बचाने निकली सद्भावना यात्रा का धरमघर में स्वागत

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राजीव गांधी सद्भावना यात्रा का धरमघर में भव्य स्वागत किया गया। जहां वक्ताओं ने देश के हालात पर अपने विचार रखे, लोगों से आपसी सद्भाव बढ़ाने को कहा।

यात्रा का आयोजन कुली बेगार आंदोलन के 100 वर्ष और आजादी के 75 वें वर्ष में यह सद्भावना यात्रा निकाली जा रही है। आठ मई को हल्द्वानी से शुरू हुई यात्रा लालकुआं, दिनेशपुर, रुद्रपुर, दन्या, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, मुनस्यारी, धरमघर पहुंची। संयोजक भुवन पाठक ने बताया कि यात्रा का मुख्य उद्देश्य देश में भाई-चारा, अमन चैन, कौमी एकता को वापस लौटना है। राष्ट्रीय स्तर पर लोकतंत्र को बचाने और संविधान की रक्षा के लिए यह यात्रा मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने पलायन, बेरोजगारी, महंगाई आदि मुद्दों पर सरकारों को घेरा। पद्मश्री बसंत देवी ने पर्यावरण के संरक्षण और संवर्धन के लिए लोगों का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि पहाड़ की हरियाली को छीना जा रहा है। जल, जंगल, जमीन को बचाना यात्रा का उद्देश्य है। इस मौके पर पूर्व विधायक ललित फस्वार्ण, पूर्व जिपं अध्यक्ष हरीश ऐठानी, डा. रमेश पंत, निशांत पंत, इस्लाम हुसैन, गोपाल भाई, साहब सिंह सजवाण, हिदायत फारुखी, सुंदर मेहरा, गोविंद बिष्ट, प्रो. शेखर पाठक, पीसी तिवारी, उमा पंचपाल, राजेंद्र राठौर, उमेश जोशी, गिरीश जोशी, सुंदर मेहरा मौजूद रहे।