
बागेश्वर। जिलाधिकारी आकांक्षा कोंडे की अध्यक्षता में गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में एनकॉर्ड और राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम से संबंधित बैठक आयोजित की गई। बैठक में मादक पदार्थों की निगरानी, नशा मुक्ति केंद्रों के निरीक्षण और भांग की अवैध खेती पर नियंत्रण को लेकर विस्तृत चर्चा हुई।
जिलाधिकारी ने आबकारी अधिकारी को निर्देश दिए कि जनपद के सभी बार और देशी-विदेशी मदिरा दुकानों के बाहर यह चेतावनी — “21 वर्ष से कम आयु वालों को मदिरा बिक्री प्रतिबंधित है” स्पष्ट रूप से अंकित होनी चाहिए। उन्होंने दो घंटे के भीतर इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए।
बैठक में सीओ अजय साह ने पिछली एनकॉर्ड बैठक की अनुपालन रिपोर्ट प्रस्तुत की। समाज कल्याण विभाग ने बताया कि जिले में 15 बेड का नशा मुक्ति केंद्र संचालित है और 30 बेड के सरकारी नशा मुक्ति केंद्र का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है।
डीएम ने निर्देश दिए कि नशा मुक्ति केंद्रों का नियमित निरीक्षण किया जाए और युवाओं में नशे की प्रवृत्ति वाले क्षेत्रों की पहचान कर समेकित कार्रवाई की जाए। उन्होंने पुलिस, एनजीओ और सीडब्ल्यूसी की संयुक्त टीमों को सतत निरीक्षण व रिपोर्टिंग सुनिश्चित करने को कहा।
औषधि निरीक्षक पूजा रानी ने बताया कि सभी दवा दुकानों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और नारकोटिक दवाओं की बिक्री केवल वैध चिकित्सकीय पर्ची पर ही की जा रही है। डीएम ने चिकित्सकों को ऐसी दवाएं न लिखने की हिदायत दी जो बच्चों या युवाओं में नशे की प्रवृत्ति या दुष्प्रभाव उत्पन्न करें।
बैठक में एडीएम एनएस नबियाल, एसडीएम ललित मोहन तिवारी, अनिल चन्याल, एसीएमओ डॉ. दीपक कुमार, आबकारी अधिकारी हरीश चंद्र, शिक्षा अधिकारी आशा राम, सीडब्ल्यूसी सदस्य अशोक लोहुमी और डीडीएसी सदस्य संतोष जोशी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।





