बागेश्वर। मंगलवार को सरयू नदी में छलांग लगाने वाले बुजुर्ग की शिनाख्त हो गई है। बुजुर्ग खुनौली गांव के रहने वाले थे और पूर्व सैनिक थे। उनके पुत्रों ने शव की शिनाख्त की। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द किया। बुधवार को परिजनों ने बुजुर्ग के शव का अंतिम संस्कार कर दिया है। परिजनों के अनुसार बुजुर्ग कई बार जब मरने का मन होगा तो सरयू में छलांग लगा दूंगा कहा करते थे।
मंगलवार को शाम के समय बुजुर्ग ने बिलोना समण मंदिर के पास से सरयू में छलांग लगा दी थी। समाजसेवी बालकृष्ण और उनके साथियों ने बुजुर्गों को नदी से बाहर निकाला लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। बुजुर्ग की तत्काल पहचान नहीं हो सकी थी। पुलिस ने सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से लोगों तक जानकारी पहुंचाई। सोशल मीडिया के माध्यम से बुजुर्ग के परिजनों को यह जानकारी मिली तो वह कोतवाली पहुंचे और बुजुर्ग की पहचान की।
कोतवाल जगदीश सिंह ढकरियाल ने बताया कि बुजुर्ग का नाम मुरलीधर कांडपाल पुत्र त्रिलोकमणि कांडपाल निवासी खुनौली तहसील कांडा के रहने वाले थे। उनकी उम्र क्या 96 साल थी। बुजुर्ग के पुत्र गणेश कांडपाल, पूरन कांडपाल, खाली दत्त कांडपाल और मनोज कांडपाल ने कोतवाली आकर मृत व्यक्ति के अपने पिता होने की बात कही। जिसके बाद शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। हालांकि बुजुर्ग के सरयू में छलांग लगाने के कारणों का पता नहीं चल सका है