बीडीसी बैठक में सड़क, पुल, राशन कार्ड की उठी समस्याएं, डौला, वाछम के ग्राम प्रधान हुए सम्मानित

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बागेश्वर। कपकोट के ब्लॉक सभागार में ब्लॉक प्रमुख गोविंद सिंह दानू की अध्यक्षता में बीडीसी बैठक आयोजित हुई।
बीडीसी जनप्रतिनिधियों द्वारा कृषि व बागवानी के क्षेत्र में कार्य करने वाले कृषकों के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाते हुए गोष्ठी आयोजित करने की मांग की। क्षेत्र पंचायत सदस्य अर्जुन भट्ट द्वारा कम भूमि वाले किसानों को भी सरकारी योजनाओं से आच्छादित करने की मांग रखते हुए धरमघर-महरूडी व कमेडीदेवी-स्याकोट मोटर मार्ग में सुधारीकरण कार्य करने की मांग की। ग्राम प्रधान डौला ने आधार कार्ड से संबंधित समस्या  रखते हुए क्षेत्र के सडक मार्गो व पुलों की समस्या को प्रमुखता से रखा। ग्राम प्रधान बास्ती ने नये कार्डधारकों के राशन कार्ड प्रिंट कराने की मांग की। ग्राम प्रधान भनार, क्षेत्र पंचायत सदस्य बडेत सहित अन्य जनप्रतिनिधियों से अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं को प्रमुखता से रखा।
बैठक को संबोधित करते हुए ब्लॉक प्रमुख ने कहा कि सदन में जनप्रतिनिधियों द्वारा उठाई गयी समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए अधिकारी उनका समाधान करें। उन्होंने कहा जनप्रतिनिधि विभागीय अधिकारियों से समन्वय एवं संपर्क कर राज्य एवं भारत सरकार द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं को समाज के अंतिम छोर पर खडे व्यक्ति तक पहुंचाना का कार्य करें। उन्होंने कहा जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्रों में हो रहे निर्माण कार्यो पर पैनी नजर रखें तथा गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा निर्माण संस्थाओं से भी संपर्क कर विकास कार्यो की सूचनाएं प्राप्त करें, व अधिकारियों के साथ मिलकर जन समस्याओं को समाधान करें। उन्होंने कहा कि कपकोट विकासखंड़ आकाक्षी विकासखंड में सम्मिलित है, जिसके तहत एक प्रभावी ब्लॉक विकास रणनीति तैयार करने के लिए सभी को कार्य करना होगा। जहां कम वहां हम की भावना के तहत पंचायतों को सशक्त बनाने के लिए कार्य करना होगा। सरकार की योजनाओं से लोगों को लाभान्वित करने में जनप्रतिनिधि अहम भूमिका निभा सकते है। इस दौरान कोरोना वैक्सीनेशन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले डौला के ग्राम प्रधान महेश दानू तथा नशा उन्मूलन में जागरूकता कार्यक्रम के लिए क्षेत्र पंचायत सदस्य वाछम कमला आर्या व ग्राम प्रधान कर्मी कौशल्या देवी को सम्मानित किया गया।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी ने कहा कि जनपद के काफी लोग कृषि के क्षेत्र से जुडे  है, जिनकी कृषि ही आय का मुख्य स्रोत है, इसलिए कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य, सिंचाई, रेशम विभाग आपसी समन्वय बनाते हुए किसानों को प्रेरित करते हुए कार्ययोजना बनाकर कार्य करें। समय-समय पर गोष्ठियों का आयोजन कर किसानों को जागरूक किया जाय। उन्होंने कहा कि विभाग कार्यो की गुणवत्ता में विशेष ध्यान रखे, यदि कार्यो में शिकायत आती है, तो संबंधित के विरूद्ध आवश्यक कार्यवाही अमल में लायी जाएगी। कार्यदायी संस्था के अभियंताओं को निर्देश दिए कि कार्यो की मॉनिटरिंग स्वयं करें। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों व अन्य लोगों के माध्यम से आने वाले प्रस्तावों को विभाग गंभीरता से ले।

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  बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव, ज्येष्ठ प्रमुख हरीश मेहरा, कनिष्ठ प्रमुख रवीन्द्र गढिया, जिला पंचायत सदस्य पूरन सिंह गडिया, विभिन्न क्षेत्रों के ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत व जिला पंचायत सदस्य समेत प्रभागीय वनाधिकारी उमेश तिवारी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ हरीश पोखरिया, उद्यान अधिकारी आरके सिंह, मुख्य शिक्षा अधिकारी जीएस सौन,जिला कार्यक्रम अधिकारी अनुलेखा बिष्ट, पूर्ति अधिकारी मनोज कुमार बर्मन, लीड बैंक अधिकारी एनआर जौहरी, ईई जल संस्थान सीएस देवडी, विद्युत मोहम्मद अफजाल, जल निगम वीके रवि, पीएमजीएसवाई अमरीश रावत,लोनिवि एके पटेल, खंड विकास अधिकारी ख्याली राम, आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल सहित अनेक जनप्रतिनिधि व अधिकारी मौजूद थे।