बागेश्वर। नुमाइशखेत मैदान में आयोजित नंदा-सुनंदा महोत्सव संपन्न हो गया है। बुधवार को श्रद्धालुओं ने नगर में भव्य शोभायात्रा निकाली। डोला भ्रमण के बाद मूर्तियों को ब्रह्मकपाली शिला के समीप सरयू नदी में विसर्जित किया गया। वहां सैकड़ों की तादात में मौजूद लोगों ने नम आंखों से नंदा और सुनंदा देवी को विदा किया।
बागेश्वर में पिछले 21 साल से नंदा-सुनंदा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस साल भी अष्टमी के दिन चौरासी से कदली वृक्ष लाने के साथ महोत्सव का आगाज हुआ। मूर्ति निर्माण के बाद रविवार को विधिवत मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की गई। मंगलवार की रात भव्य दीपदान हुआ। इस दौरान सरयू नदी के घाट दीपकों की रोशनी से जगमगा उठे। बुधवार को पूजा अर्चना के बाद शोभायात्रा निकाली गई। इस दौरान कमेटी के पदाधिकारी और श्रद्धालु मौजूद रहे।