इंडोनेशिया में ज्वालामुखी फटने की घटना में 11 लोगों की मौत की खबर है। ज्वालामुखी में हुआ विस्फोट इतना तेज था कि आसमान में तीन किलोमीटर तक राख का गुबार फैल गया।
जानकारी के अनुसार, ज्वालामुखी में विस्फोट रविवार को स्थानीय समयानुसार दोपहर 2:54 बजे हुआ। सुमात्रा द्वीप पर स्थित माउंट मरापी की राख को उसके शिखर से 3,000 मीटर ऊपर देखा गया। खोज और बचाव के प्रमुख एजेंसी अब्दुल मलिक ने शिन्हुआ समाचार एजेंसी को बताया कि बचाव के दौरान पहले चरण में, 49 पर्वतारोही पाए गए। वे सभी बच गए और उन्हें अस्पताल ले जाया गया और कुछ घर लौट आए। दूसरे चरण में 14 लोग मिले। तीन बच गए, 11 अन्य की मौत हो गई।
मरापी सुमात्रा द्वीप पर सबसे सक्रिय ज्वालामुखी में से एक है। इसका सबसे घातक विस्फोट अप्रैल 1979 में हुआ था। तब 60 लोगों की मौत हो गई थी। इस साल, यह जनवरी और फरवरी के बीच फटा था। ज्वालामुखी विज्ञान एजेंसी के अनुसार, इंडोनेशिया प्रशांत महासागर के ‘रिंग ऑफ फायर’ पर स्थित है और यहां 127 सक्रिय ज्वालामुखी हैं।