बागेश्वर। जिले के बागेश्वर, कपकोट और गरुड़ ब्लॉक कार्यालयों में ग्राम प्रधानों ने ताला जड़कर प्रदर्शन किया। प्रधानों ने सरकार से ग्राम पंचायत और मनरेगा योजना की समस्याओं का जल्द निदान करने की मांग की।
बागेश्वर में ब्लॉक अध्यक्ष विनोद टम्टा, कपकोट में केदार महर और गरुड़ में रवि शंकर बिष्ट के नेतृत्व में ग्राम प्रधानों ने नारेबाजी की। प्रधान ग्राम पंचायत आपदा निधि की एक वर्ष पूर्व की गई आकस्मिक निधि के रूप में 10000 रूपये की घोषणा, कोरोना काल में ग्राम प्रधानों द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्य हेतु ग्राम प्रधानों को प्रशस्ति पत्र एवं 10,000 कोरोना प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा का शासनादेश एवं प्रशस्ति पत्र, पंचायती राज अधिनियम 73वें संविधान संशोधन के 29 विषय ग्राम पंचायतों को हस्तांतरित नहीं होने,15वे वित्त मे मिलने वाली धनराशि आज दिन तक ग्राम पंचायतों को नहीं मिलने पर नाराज हैं।
ग्राम प्रधानों ने पंचायती राज विभाग के ढांचे को मजबूत करते हुए स्थाई पदों को बढ़ाने, ग्राम पंचायत में स्थित सरकारी भूमि जिला पंचायत की भूमि का उपयोग ग्राम पंचायत में बनने वाले सरकारी भवनों के निर्माण में किए जाने का स्पष्ट शासनादेश जारी करने, खुली बैठक में प्रस्तावित कार्यों को जिला योजना में वरीयता देने, जिला योजना में भी ग्राम प्रधानों को नामित सदस्य नियुक्त करने, पंचायत भवन निर्माण हेतु निर्धारित 10 लाख की राशि को बढ़ाकर 20 लाख करने, ग्राम प्रधानों का आरक्षण 10 वर्ष तक निर्धारित करने, कोरोना काल में सेवा देने वाले पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल दो वर्ष बढ़ाने, ग्राम पंचायत में रेखीय विभागों द्वारा किए जाने वाले समस्त कार्यों की पूर्व अनुमति, कार्य पूर्ति एवं सत्यापन का कार्य ग्राम पंचायत द्वारा किए जाने का स्पष्ट शासनादेश जारी करने, राज्यभर में प्रधानों का रोड टोल फ्री किया जाए, ग्राम प्रधानों का मानदेय 3500 से बढ़ाकर 5000 किया जाए तथा पेंशन की सुविधा देने, ग्राम प्रधानों का व्यक्तिगत तथा स्वास्थ्य बीमा करवाने, मनरेगा निर्माण कार्यों में 70% सामग्री एवं 30% मजदूरी का अनुपात रखने आदि मांगों को जल्द पूरा करने की मांग की।