गंगा भोगपुर तल्ला से लापता 19 वर्षीय अंकिता भंडारी की हत्या के मामले में पुलिस ने हरिद्वार के वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व दर्जाधारी मंत्री विनोद आर्या के बेटे पुलकित आर्य सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। अंकिता पिछले पांच दिनों से लापता थी। मामले का खुलासा डीजीपी अशोक कुमार ने किया।
यमकेश्वर विधानसभा क्षेत्र के गंगा भोगपुर कौड़िया गॉव में स्थित वनन्तरा रिसोर्ट के मालिक ने राजस्व पुलिस में रिसेप्शनिस्ट युवती की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई जबकि मामले की गंभीरता को देखते हुए युवती के पिता ने भी किसी बड़ी अनहोनी की आशंका के चलते और रिसॉर्ट मालिक की संदिग्ध गतिविधियों को देखते हुए रिसॉर्ट मालिक पुलकित आर्या व मैनेजर सौरभ भास्कर के खिलाफ भी शिकायत दी गई थी
गंगा भोगपुर स्थित वनन्तरा रिसार्ट के संचालक पुलकित कुमार निवासी गंगा भोगपुर तल्ला ने राजस्व पुलिस को तहरीर दी थी। जिसके अनुसार रिसार्ट में ग्राम श्रीकोट पट्टी नांदलस्यूं पौड़ी गढ़वाल निवासी अंकिता भंडारी (19 वर्ष) पुत्री वीरेंद्र सिंह भंडारी रिसेप्शनिस्ट के रूप में कुछ माह से काम कर रही थी। अंकिता को रिसार्ट में रहने के लिए अलग से कमरा दिया गया था। कुछ समय से अंकिता मानसिक तनाव में थी। उसके मन को बहलाने के लिए पुलकित और सौरभ उसे 18 सितंबर को दुपहिया वाहन पर ऋषिकेश की और ले गए थे। जहां से देर सायं को सभी रिसार्ट में लौट आए थे। इसके बाद वह अपने-अपने कमरे में सोने के लिए चले गए। 19 सितंबर की सुबह से युवती अपने कमरे में नहीं पाई गई, जिसके बाद उसकी काफी तलाश की गई, लेकिन वह नही मिली, जिससे किसी आशंका के चलते उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट राजस्व पुलिस में दी थी। विगत बुधवार को युवती के पिता व अन्य परिजन गंगा भोगपुर पहुंचे। उन्होंने रिसार्ट में मौजूद कर्मचारियों से पूछताछ की तो सभी के अलग अलग बयान सामने आए। जिस पर युवती के पिता ने संदेह जताते हुए राजस्व उप निरीक्षक को शिकायत कर रिसोर्ट मालिक और कर्मचारियों की भूमिका पर संदेह जताते हुए पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की।
भाजपा नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य का नाम आने के बाद पुलिस पर भारी दबाव बनाया जा रहा था। शुक्रवार को डीजीपी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पुलकित आर्य, रिसोर्ट के मैनेजर और एक अन्य कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार घटना के दिन तीनों अंकिता भंडारी के साथ ऋषिकेश में घूमने के बाद उनके बीच विवाद हो गया जिसमें पुलकित आर्य व अन्य साथियों ने अंकिता भंडारी को पहाड़ी से गंगा में धक्का दे दिया।
अंकिता भंडारी हत्या मामले में आक्रोशित ग्रामीणों ने रिजॉर्ट में तोड़फोड़ करते हुए आग लगाने की कोशिश की मगर मौके पर मौजूद भारी पुलिस बल ने ग्रामीणों को रोक दिया। साथ ग्रामीणों ने पुलकित आर्य को कोर्ट ले जा रही पुलिस की गाड़ी को रोककर उसमें तोड़फोड़ की, इसके साथ ही आरोपियों की जमकर भी पिटाई की गई।