अल्मोड़ा। उपपा नेता जगदीश हत्याकांड के विरोध में अल्मोड़ा के गांधीपार्क में विभिन्न संगठनों ने धरना व श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। सभा में हत्याकांड में शामिल सभी आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करने, पीड़ित परिवार को एक करोड़ का मुआवजा देने, पत्नी व बहन को समुचित संरक्षण व सरकारी नौकरी देने, इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की मांग की गयी। उपपा कार्यकर्ताओं ने हत्याकांड को सरकार की विफलता बताया। हत्याकांड पर खामोश रहे मुख्यमंत्री से इस्तीफा देने की मांग की।
उपपा अध्यक्ष पीसी तिवारी ने कहा कि समाज में फैले इस जातिवाद एवं मनुवाद के जहर के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा। इसी क्रम में 11 सितम्बर को भिकियासैंण में विशाल प्रदर्शन किया जायेगा, जिसमें आम जन से अधिक से अधिक संख्या में भागीदारी करने की अपील की गयी।
सभा मे वक्ताओं ने जिला एवं पुलिस प्रशासन पर घोर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि प्रशासन थोड़ा भी गंभीर होता तो इस जघन्य हत्याकांड को रोका जा सकता था। उन्होंने डीईजी के उस बयान पर गहरी आपत्ति जताई जिसमें उन्होंने जगदीश का उसके बताये गये पते पर न मिलना बताया। वक्ताओं ने कहा कि जगदीश और उसकी पत्नी ने जिन लोगों से अपनी जान का खतरा बताया था, पुलिस द्वारा उनपर नजर रखी जानी चाहिए थी।
धरना प्रदर्शन में वक्ताओं ने राज्य में फैलाये जा रहे धार्मिक एवं जातीय उन्माद पर गहरी चिन्ता व्यक्त करते हुए सभी प्रगतिशील सामाजिक राजनैतिक संगठनों/व्यक्तियों से एकजुट होकर संघर्ष में शामिल होने की अपील की।
नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश जोशी, अखिल भारतीय किसान सभा के दिनेश पांडे, जनवादी महिला समिति की सुनीता पांडे, बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष महेश परिहार, उत्तराखण्ड छात्र संगठन की भारती पांडे, दीक्षा सुयाल, भावना पांडे, उलोवा के दया कृष्ण कांडपाल, नरेश नौरियाल, एडवोकेट प्रेम राम, जीवन चन्द्र, सुनील ग्वाल, बाल प्रहरी के संपादक उदय किरौला, उपपा की केन्द्रीय सचिव आनन्दी वर्मा, नगर अध्यक्ष हीरा देवी, धीरेन्द्र मोहन पंत, वंदना कोहली आदि ने संबोधित किया। संचालन सामाजिक कार्यकर्ता ईश्वर जोशी तथा एडवोकेट नारायण राम ने संयुक्त रूप से किया गया।