बागेश्वर। डीएम अनुराधा पाल की अध्यक्षता में जिला योजना की तैयारियों और परिव्यय निर्धारण को लेकर बैठक हुई। डीएम ने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जिला योजना में ऐसे प्रस्ताव रखे जाए जो जनोपयोगी हो तथा जो इसी वित्तीय वर्ष में पूर्ण हो सके।
जिला कार्यालय में बैठक लेते हुए डीएम पाल ने कहा कि जिला योजना में रोजगारपरख योजनायें रखी जाय ताकि जनता की आर्थिकी मजबूत हो सके। उन्होंने कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य पालन के विभागीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि योजनाओं के प्रस्ताव इस प्रकार बनायें जिससे किसान, बागवान, पशुपालक और उद्यमियों की आर्थिकी मजबूत की जा सके। उन्होंने कहा जिला योजना के सभी कार्यो की जीओ टैकिंग अनिवार्य रूप से की जानी है,सभी विभाग अपने निर्माण कार्यों की जिओ टैगिंग कराना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही कार्यदायी संस्थाओं द्वारा किए जा रहे विभागीय कार्य को विभाग स्वंय भी स्थलीय निरीक्षण कर निरंतर मॉनिटरिंग करते रहे। ताकि कार्य समयबद्धता के साथ पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा कि नई योजनाओं के प्रस्ताव के अनुमोदन से पहले चालू योजनाओं के अपूर्ण कार्य को पूर्ण करने को कहा। जिलाधिकारी में यह भी स्पष्ट किया कि जिला योजना में वही कार्य प्रस्तावित किए जाए जिसमें कार्यस्थल पर कोई वन भूमि अड़चन,जमीन विवाद का मामला न हो। जिलाधिकारी ने कहा कि जिला योजना में जो भी योजनायें प्रस्तावित की जा रही है उनका स्पष्ट औचित्य देना सुनिश्चित करेंगे।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ देवेश चौहान,जिला उद्यान अधिकारी आरके सिंह, मुख्य शिक्षा अधिकारी जीएस सौन, जिला पर्यटन विकास अधिकारी वीके गौतम, ईई लोनिवि एके पटेल, जल संस्थान सीएस देवडी, ईओ हयात सिंह परिहार आदि मौजूद रहे।