बागेश्वर। जनपद में कारगिल विजय शौर्य दिवस पर देश के लिए बलिदान होने वाले जवानों को याद किया गया। शहीद स्मारक स्थल तहसील परिसर में मुख्य अतिथि अध्यक्ष जिला पंचायत बंसती देव,विधायक सुरेश गढिया, जिलाधिकारी अनुराध पाल, अध्यक्ष नगर पालिका सुरेश खेतवाल, ब्लॉक प्रमुख गोविन्द दानू,पुष्पा देवी, कर्नल वीके उप्रेती, अपर जिलाधिकारी सीएस इमलाल सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों व अधिकारियों द्वारा शहीदों को पुष्प चक्र अर्पित कर श्रृद्धांजलि दी व पुलिस की टुकडी द्वारा सलामी दी गयी। सैनिक कल्याण अधिकारी जीएस बिष्ट ने कारगिल युद्ध व शहीदों के पराक्रम पर प्रकाश डाला।
इससे पूर्व प्रात: 06.00 बजे भागीरथी बाइपास से क्रास कंट्री एवं 08:00 तहसील परिसर से एनसीसी छात्र-छात्राओं द्वारा शहर के प्रमुख चौराहों से होते हुए नुमाइशखेत तक नारों के साथ प्रभातफेरी निकाली गयी।
इसके उपरांत स्वराज भवन में आयोजित कार्यक्रम में शहीदों की प्रतिमाओं पर अध्यक्ष जिला पंचायत बसंती देव, जिलाधिकारी अनुराधा पाल, नगर पालिका अध्यक्ष सुरेश खेतवाल, ब्लॉक प्रमुख पुष्पा देवी, उपजिलाधिकारी हरगिरि, ले कर्नल जीएस बिष्ट सहित जनप्रतिनिधियों एवं गणमान्य व्यक्तियों के द्वारा शहीद स्व नायक मोहन सिंह, शहीद स्व नायक राम सिंह बोरा एवं शहीद स्व हरि थापा के चित्रों पर माल्यार्पण कर श्रृद्धांजलि अर्पित की गयी। इस अवसर पर शहीद नायक राम सिंह बोरा की वीरांगना श्रीमती जानकी बोरा व शहीद पूरन चन्द्र चौबे के पिता माधवानंद चौबे को मुख्य अतिथियों द्वारा संयुक्त रूप से अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में आनंदी एकेडमी, विवेकानंद विद्या मंदिर व शिशु मंदिर के बच्चों द्वारा देश भक्त गीत एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।
बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अध्यक्ष जिला पंचायत बंसती देव ने जांबाज शहीद सैनिको को नमन करते हुए कहा कि उत्तराखंड वीरों की भूमि है, हमारे सैनिकों ने जब-जब मातृ भूमि को जरूरत पडी है, शहादत देकर देश में जनपद व प्रदेश का नाम रोशन किया है। हम भारत मां के संतान है, हम सभी को मिल-जुल कर देश हित में कार्य करने होंगे। उन्होंने कहा उन्होंने बच्चों द्वारा प्रस्तुत देश भक्ति कार्यक्रमों की सराहना करते हुए उनके उज्ज्ावल भविष्य की कामना की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने अमर शहीदों को श्रृद्धांजलि व नमन करते हुए कहा कि देश की रक्षा के लिए हमारे अमर शहीद सैनिकों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है, यह हम सब के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि शहीदों को सच्ची श्रृद्धांजलि तभी होगी जब हम अपने दायित्वों का निवर्हन भली-भाति करेगें। उन्होंने अच्छे समाज के निर्माण व देश के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने की अपील की।
सैनिक कल्याण अधिकारी जीएस बिष्ट ने कहा कि हमारी सेना ने अदम्य साहस से कारगिल युद्ध जीता, जिसमें प्रदेश के 75 वीर सैनिकों ने अपनी शहादत दी, जिसमें हमारे जनपद के 03 जांबाज सैनिक थे। उन्होंने कहा कि कारगिल विजय दिवस शौर्य का प्रतीक है, हमारी सेना देश की सीमाओं पर दिन-रात तैनात होकर रक्षा कर रही है, इसलिए हम शांतिपूर्वक रह पा रहे है। वीर सैनिकों ने जो बलिदान दिया है उसे हम कभी भुला नही सकते। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन सैनिको के साथ है उनकी समस्याओं का प्राथमिकता से समाधान किया जाएगा।
कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष सुरेश खेतवाल ने वीर सैनिको को नमन करते हुए सभी आगन्तुको का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड वीर सैनिकों की भूमि है। उन्होंने देश सेवा को सर्वोपरि बताते हुए युवाओं से देश सेवा हेतु आगे आने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर रही लक्षिता टगडिया, ज्योति जोशी द्वितीय तथा तृतीय स्थान पर निष्ठा भट्ट, निबंध प्रतियोगिता में प्रथम तानिया खेतवाल, द्वितीय प्राची कोहली तो तृतीय स्थान पर विक्रम कुमार इसी तरह चित्रकला में प्रथम तुषार खेतवाल, द्वितीय लवली गोस्वामी, तृतीय सिमरन फस्र्वाण तथा क्रास कंट्री 15 से 17 आयु बालक वर्ग में प्रथम हिमांशु आर्या, द्वितीय समीर आर्य, तृतीय हिमांशु दानू, बालिका वर्ग में प्रथम मोनिका बघरी, द्वितीय तनुजा रौतेला, तृतीय निकिता दानू, ओपल बाल वर्ग में प्रथम ललित टगडिया, द्वितीय सागर सिंह, तृतीय विजय जोशी तो वहीं ओपन बालिका वर्ग में प्रथम सुहानी, द्वितीय पिंकी कनवाल, तथा तृतीय स्थान पर रही सौनी टाकुली को अतिथियों द्वारा प्रशस्ति पत्र व शील्ड देकर पुरस्कृत किया।
कार्यक्रम में नरेन्द्र खेतवाल, दलीप खेतवाल, इन्द्र सिंह परिहार, संजय साह जगाती, गोविन्द सिंह भण्डारी, भुबन कांडपाल, किशन सिंह मलडा, मुख्य शिक्षा अधिकारी जीएस सौन, सहायक सैनिक कल्याण अधिकारी आरसी तिवारी, पुलिस उपाधीक्षक अंकित कंडारी, जीतेन्द्र तिवारी, कैप्टन दरवान सिंह, खडक सिंह, चामू सिंह, डीएस हरडिया, भूपेश दफौटी, सहित पूर्व सैनिक, गणमान्य व्यक्ति, छात्र-छात्राएं व शिक्षकगण मौजूद रहे।