अंकिता भंडारी के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए पौड़ी गढ़वाल के श्रीनगर स्थित मुर्दाघर से एनआईटी घाट ले जाया गया है। सीएम पुष्कर धामी के आश्वासन के बाद अंकिता के पिता अंतिम संस्कार को राजी हुए। अंतिम यात्रा में लोगों का हुजूम उमड़ा है। लोगों में इस जघन्य अपराध को लेकर भारी आक्रोश है और दोषियों को फांसी देने की लगातार मांग हो रही है।
रविवार की सुबह अंकिता के शव को ले जाने की आशंका पर लोग मोर्चेरी के आगे लेट गए थे। इस दौरान लोगों की पुलिस से झड़प भी हो गई। पुलिस लोगों को समझाने का प्रयास करती रही, लेकिन भीड़ जिद पर अड़ी रही। प्रदर्शनकारियों ने शवगृह के बाहर बद्रीनाथ-ऋषिकेश हाईवे को जाम कर दिया। पूरे दिन गहमागहमी बनी रही। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बातचीत पर मिले आश्वासन के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए माने। हालांकि श्रीनगर पोस्टमार्टम हाउस के बाहर भीड़ ने हटने से किया इनकार कर दिया। मोर्चरी के बाहर भारी विरोध हो रहा है। पुलिस प्रशासन के दवाब के बाद आखिरकार शव परिजनों को सौंप दिया गया।