खनिज फाउंडेशन न्यास में रखे जाएं उच्च प्राथमिकता वाले प्रस्ताव: डीएम

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बागेश्वर। जिलाधिकारी अनुराधा पाल की अध्यक्षता में मंगलवार को जिला मुख्यालय में जिला खनिज फाउंडेशन न्यास की शासी परिषद की बैठक हुई। जिसमें जनपद के खनन प्रभावित क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक आर्थिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने हेतु विभिन्न विभागों से उपलब्ध प्रस्तावों पर चर्चा की गई। तथा शिक्षा विभाग के कई प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। साथ ही प्राप्त नए प्रस्तावों को लेकर जिलाधिकारी ने उनका स्थलीय निरीक्षण, तकनीकी परीक्षण और सक्षम अधिकारी की संस्तुति सहित आंगणन के साथ उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

  जिलाधिकारी ने कहा कि खनिज प्रभावित क्षेत्रों में आधारभूत सुविधाएं सुलभ करायी जाने हेतु प्राप्त प्रस्तावों का संबंधित विभाग अवश्य परीक्षण कर लें। ताकि सुनियोजित तरीके से विकासात्मक कार्य किए जा सके। विभिन्न विद्यालयों में शौचालय निर्माण को लेकर प्राप्त प्रस्तावों पर जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी की संस्तुति लेने के निर्देश खनन अधिकारी को दिए। ताकि स्कूल की छात्र संख्या एवं आवश्यकता को देखते हुए ऐसे विद्यालयों को पहली प्राथमिकता दी जा सके। जिलाधिकारी ने पेयजल से संबंधित नगरीय क्षेत्रों के प्रस्तावों को सम्मिलित करने व ग्रामीण क्षेत्रों के प्रस्तावों को जल जीवन मिशन में सम्मिलित करने के निर्देश अधिशासी अभियंता जल संस्थान को दिए। उन्होंने कहा कि उच्च प्राथमिकता वाले प्रस्तावों को औचित्य के साथ खनिज फाउंडेशन न्यास में रखा जाय। साथ ही समिति की औचित्यपूर्ण रिपोर्ट के आधार पर ही प्रस्तावित कार्यों को स्वीकृति हेतु शासी परिषद की बैठक में प्रस्तुत किए जाए।

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बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ देवेश चौहान, खनन अधिकारी ताजबर सिंह नेगी, ईई सिंचाई केके जोशी, जल संस्थान सीएस देवडी, लघु सिंचाई विमल सूंठा, ग्रामीण निर्माण विभाग संजय भारती, खंड विकास अधिकारी आलोक भंडारी सहित ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख हरीश मेहरा, ग्राम प्रधान भैरूचौबट्टा नवीन चंद्र, नौगांव गणेश राम, करूली प्रकाश सिंह, दियाली कुरोली मनोज सिंह, बाफिलागांव जगदीश सिंह आदि मौजूद रहे।