राज्य में एवलांच का अलर्ट जारी, केदारनाथ यात्रा के पंजीकरण रोके

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देहरादून। राज्य में एक बार फिर मौसम का अलर्ट जारी किया गया है। इसको लेकर डीएम को भी निर्देश दिए गए हैं। रक्षा भूसूचना विज्ञान अनुसंधान प्रतिष्ठान (डीजीआरई) ने उत्तराखंड के चार जिलों चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी व पिथौरागढ़ के तीन हजार मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अगले 24 घंटों में बर्फीले तूफान (एवलांच) की चेतावनी जारी की है। सचिव आपदा प्रबंधन डा रंजीत कुमार सिन्हा के अनुसार एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के साथ ही संबंधित जिलों के डीएम और एसएसपी को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए गए हैं।

उधर, केदारनाथ में बर्फबारी की संभावना को देखते हुए ऐहतियात के तौर पर प्रशासन ने केदारनाथ यात्रा के पंजीकरण रोक दिए हैं। केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को खुलने हैं।उत्तराखंड में 22 अप्रैल को गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा प्रारंभ हो गई है। अब 25 अप्रैल को केदारनाथ और 27 अप्रैल को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने हैं।

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उत्तराखंड में अगले 5,7 दिन खराब मौसम होने की बात सामने आई है। इसके साथ ही डीजीआरई चंडीगढ़ की ओर तीन जिलों में एवलांच की चेतावनी जारी की गई है। इसके बाद उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से भी जिलाें को अलर्ट पर रहने के निर्देश जारी किए गए हैं।
उत्तराखंड में अगले 5,7 दिन खराब मौसम होने की बाद
मौसम विज्ञान केंद्र ने सोमवार को उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों के ऊंचाई वाले कुछ स्थानों पर हल्की से हल्की बारिश/आंधी/बर्फबारी होने की संभावना जताई है। इसके अलावा आज प्रदेश के शेष जिलों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र ने आगे पूर्वानुमान लगाया है कि 3,500 मीटर और उससे अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर हिमपात होने की संभावना है। मौसम विभाग ने 25 अप्रैल को भी यलो अलर्ट जारी करते हुए उत्तराखंड राज्य के पर्वतीय जनपदों में बिजली चमकने और गरज के साथ बरसात होने की भी संभावना व्यक्त की है तथा उन्होंने लोगों से अपील की है कि बिजली गिरने से जनहानि भी हो सकती है इसलिए बेहद सतर्कता बरतें।