बागेश्वर। परीक्षा कराना एक पवित्र प्रणाली हैं, और इसको सूचितापूर्वक संपादित करना हम सबका दायित्व हैं। इसमें केवल विद्यार्थी का ही नहीं अपितु देश का भी भविष्य है। परीक्षा में पवित्रता बनाये रखे, बोर्ड द्वारा निर्देशित सभी नियमों का पालन करें। यह निर्देश अपर जिलाधिकारी एनएस नबियाल ने विद्यालयी शिक्षा परिषद की 27 फरवरी से होने वाली बोर्ड परीक्षा के सफल संचालन को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक लेते हुए दिए। इस बार जिले में 51 परीक्षा केंद्रों पर कुल 6784 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे।
गुरुवार को मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय सभागार में अधिकारियों की बैठक लेते हुए अपर जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि परीक्षाएं शांतिपूर्ण एवं सूचितापूर्व संपन्न कराई जाएं। सभी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया जाए तथा बोर्ड के सभी नियमों का पालन कराया जाए। परीक्षा के दौरान शांति व्यवस्था एवं अन्य पुलिस व्यवस्थाओं के संबंध में भी जरूरी दिशा निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि परीक्षा कराना एक पवित्र प्रणाली हैं, और इसको सूचितापूर्वक संपादित करना हम सबका दायित्व हैं। अपर जिलाधिकारी ने कहा कि चेकिंग मुख्य गेट पर हो, ताकि किसी प्रकार का अनुचित साधन परीक्षा केंद्र तक न पहुंच सके। सभी परीक्षा केंद्रों में पेयजल एवं विद्युत व्यवस्था सुचारू हो एवं संवेदनशील परीक्षा केंद्रों में विशेष नजर रखी जाए।
मुख्य शिक्षा अधिकारी जीएस सौन ने बताया कि परिषदीय परीक्षाओं के लिए जिले में 51 परीक्षा केंद्र बनाए गए है। हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट में कुल 6784 परीक्षार्थी सम्मिलित होंगे। जिसमें हाईस्कूल परीक्षा में 1631 संस्थागत बालक, 1793 संस्थागत बालिका, 29 बालक व्यक्तिगत, 37 व्यक्तिगत बालिका कुल 3490 बालक-बालिका परीक्षा में प्रतिभाग करेंगे। इसी प्रकार इंटरमीएट परीक्षा में 1533 बालक संस्थागत, 1643 बालिका संस्थागत व 48 बालिका व्यक्तिगत एवं 70 व्यक्तिगत बालक कुल 3294 बालक-बालिका परीक्षा में प्रतिभाग करेंगे। परीक्षा के लिए 10 संवेदनशील परीक्षा केंद्र बनाये गये है। बैठक में उपजिलाधिकारी अनुराग आर्या, पुलिस उपाधीक्षक अंकित कंडारी, दीप जोशी समेत खंड शिक्षा अधिकारी व केंद्र व्यवस्थापक मौजूद थे।