समाज कल्याण मंत्री चन्दन राम दास ने जिला योजना की वर्चुअल समीक्षा करते हुए मार्च से पूर्व कार्यों में प्रगति लाकर शतप्रतिशत धनराशि व्यय करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से आपसी समन्वय बनाते हुए विकास कार्यों को अंजाम देने और जनपद के विकास में सहभागी बनने को कहा। बीस सूत्रीय कार्यक्रम में सभी विभागों को ए-श्रेणी में आने के निर्देश भी दिए।
समाज कल्याण मंत्री में कहा कि सड़क वन भूमि प्रस्तावों व लम्बित मुआवजे प्रकरणों को प्राथमिकता से निस्तारित किये जाय। उन्होंने आपदा एवं बाढ़ नियंत्रण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश देते हुए बागेश्वर व गरूड़ के ड्रेनेज प्लान बनाने के निर्देश भी सिंचाई विभाग को दिये। उन्होंने कहा कि गर्मी का सीजन आने वाला है इसलिए पेयजल योजनाओं व पेयजल लाइनो के मरम्मत कार्यों को शीघ्रता से पूर्ण करें, ताकि सुचारू पेयजल उपलब्ध हो सके। उन्होंने सिंचाई विभाग को निर्देश दिये कि सभी नहरों की सफाई एवं मरम्मत कार्य पूर्ण कर लें ताकि सिंचाई व्यवस्था भी सुनिश्चित हो सके।
पर्यटन विभाग की समीक्षा करते हुए समाज कल्याण मंत्री श्री दास ने निर्देश दिये कि जनपद में नये पर्यटन स्थल एवं स्पाट विकसित किये जाय। उन्होंने कहा कि प्रसाद योजना के अन्तर्गत बागनाथ मंदिर का जीर्णोंद्वार एवं शौन्दर्यीकरण किया जाना है जिस हेतु 49 करोड़ की सैद्धांतिक स्वीकृति मिल चुकी है, इसलिए शीघ्रता से डीपीआर तैयार करवायें। उन्होंने प्रसाद योजना के अन्तर्गत नुमाईशखेत रामलीला भवन, गोमतीपुल से शवदाह स्थल तक पैदल मार्ग व बागनाथ की ओर जाने वाले पैदल मार्ग का चौड़ीकरण भी डीपीआर में रखने के निर्देश दिये। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को गोट वैली योजना में त्वरित कार्य करने, उद्यान अधिकारी को कीवी, सेब, बेमोसमी सब्जी के साथ ही मसरूम उत्पादन को बढाने हेतु कार्य करने तथा जलसंस्थान व पेयजल निगम को जल जीवन मिशन के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने पेयजल निगम को खरही पेयजल योजना, जेठाई पेयजल योजना को गर्मी से पूर्व सुचारू संचालित करने के निर्देश दिये। उन्होंने राज्य सैक्टर व केन्द्र पोषित योजनाओं में भी कार्य प्रगति लाने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने बताया कि जिला योजना परिव्यय 43.75 करोड़ के सापेक्ष विभागों द्वारा 30.50 करोड़ व्यय कर दिया गया है जो योजना का लगभग 70 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि जिला योजना की तीसरी किश्त जनवरी अंत में जारी की गयी थी इसलिए कर्इ विभागों के कार्य पूर्ण हो चुके है मगर भुगतान हेतु बिल लम्बित है। उन्होंने लम्बित बिलों के भुगतान करने के निर्देश दिये साथ ही जो कार्य प्रगति पर है उनमें गति लाकर 15 मार्च तक शतप्रतिशत धनराशि व्यय करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। बैठक में जिला विकास अधिकारी संगीता आर्या, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 डीपी जोशी, मुख्य शिक्षा अधिकारी जीएस सौन, जिला उद्यान अधिकारी आरके सिंह, महाप्रबंद्यक उद्योग जीपी दुर्गापाल, अर्थ एवं संख्याधिकारी दिनेश रावत, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ आर चन्द्रा, जिला पर्यटन अधिकारी कीर्ति आर्या, जिला पूर्ति अधिकारी मनोज बर्मनसहित संबंधित अधिकारी मौजूद थे