उत्तराखंड के मैदानी इलाकों से लेकर पर्वतीय इलाकों तक सूखी ठंड अपनी दस्तक दे चुकी है जिसके चलते लोगों को ठिठुरन महसूस होने लगी है। हालांकि दिसंबर महीने का पहला सप्ताह बीतने वाला है लेकिन अभी तक बारिश की एक भी बूंदाबांदी नहीं हुई है। इसी बीच मौसम विभाग ने अंदेशा जताया है कि आने वाले 8, 9 दिसंबर को मौसम करवट ले सकता है जिसके चलते ऊंचाई वाले पर्वतीय इलाकों में बारिश और बर्फबारी की पूर्ण संभावना है जिसके कारण सूखी ठंड से राहत मिलने वाली है वही तापमान में भारी गिरावट देखने को मिल सकती है।बता दें उत्तराखंड के मैदानी इलाकों से लेकर पहाड़ी इलाकों में ठंड ने अपनी दस्तक दे चुकी है जिसके चलते थे अब धीरे धीरे ठंड का एहसास होने लगा है। हालांकि दिसंबर महीना शुरू हो चुका है लेकिन अभी भी पिछले वर्षों की तुलना में उतनी ठंड का आभास नहीं हो रहा है। वहीं मौसम विभाग केंद्र की माने तो प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में आज 6 दिसंबर से इस सप्ताह के भीतर भारी बारिश और बर्फबारी का अनुमान जताया जा रहा है। लेकिन बारिश और बर्फबारी से पहले पडने वाली सूखी ठंड बच्चे बुजुर्गों समेत सभी लोगों को सर्दी जुखाम बुखार से पीड़ित कर सकती हैपिछले 2 महीने से मौसम शुष्क बना हुआ है और पहाड़ से लेकर मैदानी इलाकों तक चटक धूप खिल रही है। मौसम विज्ञान ने अंदेशा जताया है कि आगामी 8 और 9 दिसंबर को पहाड़ी जिलों के मौसम मे बदलाव देखने को मिल सकता है, जबकि मैदानी क्षेत्रों में कोहरा छाने से तापमान में गिरावट नजर आने वाली है। इतना ही नहीं बल्कि ऊंची चोटियों पर बर्फबारी के आसार है जिससे तापमान में तेजी से गिरावट आने की संभावना तो बरकरार है ही लेकिन इसके साथ ही कड़ाके की ठंड भी पड सकती है।