अल्मोड़ा के सतराली से बागनाथ मंदिर पहुंचे होल्यार, खड़ी होली गायन कर जमाया रंग (वीडियो)

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बागेश्वर। प्राचीन परंपरा का पालन कर ताकुला क्षेत्र के सात गांव सतराली की होली महाशिवरात्रि पर्व पर बाबा बागनाथ के दर पर पहुंची। होल्यारों ने ढोल, मंजीरे की थाप पर होली गायन किया और खड़ी होली गायन की शुरुआत की। मंदिर में मौजूद श्रद्धालुओं और नगरवासियों ने भी खड़ी होली गायन का आनंद लिया।


शुक्रवार को सतराली के सात गांव ताकुला, लोहना, खाड़ी, कांडे, पनरेगांव, कोतवाल गांव, झाड़कोट की खड़ी होली गायन का शुभारंभ बागनाथ मंदिर से होता है। मंदिर में विधिवत पूजा, अर्चना के बाद होली गायन की शुरुआत होती है। ढोल, दमाऊ, मंजीरे की थाप पर होली गायन करते हुए सतराली के होल्यार बागनाथ मंदिर पहुंचे। होल्यारों ने भगवान शिव को अबीर अर्पित किया और मंदिर परिसर में होली गायन शुरू किया। होल्यारों ने होली खेले गिरिजापति नंदन… और हां जी शंभो तुम क्यों न खेले होरी लला का गायन किया। युवा और बुजुर्ग होल्यारों ने आपसी समन्वय बना होली का रंग जमाया। उन्होंने नगरवासियों समेत मंदिर में दर्शन करने आए श्रद्धालुओं को भी होली गायन के रंग से सराबोर कर दिया।