बागेश्वर। राइंका सलानी के कला शिक्षक और रेडक्रॉस सोसायटी के सक्रिय सदस्य डॉ. हरीश दफौटी रक्तदान महादान की नई परिभाषा लिख रहे हैं।
डॉ दफौटी ने 23वीं बार रक्तदान कर रक्त की कमी से जूझ रही महिला के इलाज में मदद की। रेयर ग्रुप ओ निगेटिव होने के चलते अक्सर मरीजों को यह आसानी से नहीं मिलता है। ऐसे में डॉ. दफौटी ओ निगेटिव रक्त की कमी से जूझ रहे लोगों के लिए महादानी बनकर सामने आते हैं। एक बार वह रक्तदान करने के लिए अल्मोड़ा भी गए। मंगलवार की शाम को उन्होंने जिला अस्पताल में इलाज करा रही शहाना बेगम को जरूरत पड़ने पर रक्तदान किया। हरीश को उनके सराहनीय कार्यों के लिए रेडक्रॉस की ओर से यूथ आइकॉन से सम्मानित किया जा चुका है।