बागेश्वर। जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने कहा जनपद के पिंडारी, लीती, शामा-गोगिना क्षेत्र के साथ ही कौसानी में ईको टूरिज्म विकसित किया जाएगा। उन्होंने इन क्षेत्रों में संभावनाएं तलाशने के निर्देश प्रभागीय वनाधिकारी व जिला पर्यटन अधिकारी को दिए हैं।
जिलाधिकारी पाल ने कहा कि पिंडारी ट्रैक रूट को विकसित किया जा रहा है, जिसके लिए शासन से एक करोड की धनराशि अवमुक्त हो चुकी है। पिंडारी में विंटर पर्यटन को बढावा देने के लिए धाकुडी, द्वाली में एस्ट्रो हर्ट्स बनाए जाएंगे। खाती, जैकुनी में वन विभाग की चौकी को पर्यटन सूचना केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। जहां पर्यटकों के पंजीकरण के साथ ही होम स्टे, रूट, पोर्टर आदि की जानकारियां और फोन नंबर भी उपलब्ध रहेंगे। कौसानी में ईको पार्क, कौसानी चौराह से लेकर पर्यटक आवास गृह तक प्रकाश व्यवस्था एवं बैंचेज स्थापित किए जाएंगे तथा सरला ताल का भी सौन्दर्यकरण किया जाएगा। गररुड़ से कौसानी तक पैदल ट्रैक रूट विकसित किया जाएगा, जिसकी डीपीआर बनाने के निर्देश डीएम ने जिला पर्यटन अधिकारी को दिए। उन्होंने कहा कि शामा-लीती, गोगिना में भी ईको टूरिज्म विकसित किया जाएगा। इस क्षेत्र में होम स्टे विकसित करने के साथ ही भगवती मंदिर, सैमदेव मंदिर व नारायण देव मंदिर के साथ ही कीवी व एप्पल बागान, ट्राउट सर्किट के रूप में विकसित किया जाएगा। जिलाधिकारी ने पर्यटन अधिकारी को सर्किट विकसित प्रस्ताव बनाने के साथ ही रामगंगा नदी एंगलिंग (मत्स्य आखेट) संभावनायें तलाशने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि शामा-लीती में कीवी महोत्सव भी आयोजन किया जाएगा, ताकि क्षेत्र में पर्यटकों की आमद बढ सके।
बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी हिमांशु बागरी, उपजिलाधिकारी हरगिरि, राजकुमार पांडे, जिला पर्यटन अधिकारी कीर्ति आर्या आदि मौजूद रहे।