जिला अस्पताल के प्रभारी सीएमएस अन्यत्र संबद्ध, डाक्टरों, 108 कर्मियों और अस्पताल स्टाफ के खिलाफ भी कार्रवाई

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बागेश्वर। चमोली जिले के चिड़िंगा गांव निवासी फौजी दिनेश चंद्र जोशी के पुत्र शिवांशु की पांच अस्पतालों का चक्कर काटने के बाद भी इलाज नहीं मिलने से मौत हो गई थी। उन्होंने जिला अस्पताल से समय पर एंबुलेंस नहीं मिलने और चिकित्सकों के व्यवहार पर भी सवाल खड़े किए थे। डीएम आशीष भटगाई ने मामले की जांच के बाद रिपोर्ट शासन को भेजी थी। इसी रिपोर्ट के आधार पर सीएमएस डॉक्टर तपन शर्मा के खिलाफ असंवेदनशीलता, एम्बुलेंस व्यवस्था सुनिश्चित न करना, प्रशासनिक अक्षमता के आरोप में कार्रवाई की गई है। सीएम पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर जिला अस्पताल के सीएमएस को तत्काल प्रभाव से पद और दायित्व से अवमुक्त करते हुए निदेशक कुमाऊं मंडल के यहां संबद्ध किया गया है।

इसके अलावा 108 वहां के चालक ईश्वर सिंह टोलिया और लक्ष्मण कुमार को कर्तव्यों के प्रति उदासीनता और असंवेदनशीलता के आरोप में एक माह तक कार्य से विरक्त रहने का आदेश दिया गया है। दोनों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए हैं। नर्सिंग अधिकारी महेश कुमार, हिमानी और कक्षा सेवक सूरज सिंह कन्नाल को अपने कर्तव्यों के प्रति असंवेदनशीलता व उदासीनता के आरोप में कठोर चेतावनी जारी करते हुए भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति नहीं करने के आदेश दिए गए हैं। चिकित्सा अधिकारी डॉ भूपेंद्र घटियाल को कर्तव्यों के प्रति उदासीनता एवं संवेदनशीलता की कमी के आरोप में कठोर चेतावनी जारी करते हुए भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति न करने के आदेश दिए हैं। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अंकित कुमार के खिलाफ संघर्षरत बालक के प्रति सहानुभूति न दिखाने और उदासीनता के लिए प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर प्रतिकूल प्रविष्टि दर्ज करने का आदेश दिया गया है। प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने बताया कि यह घटना अत्यंत दुखद है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर त्वरित कार्रवाई की गई है। स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विभाग का स्पष्ट संदेश है कि हर अधिकारी और कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी पूरी संवेदनशीलता के साथ निभाएं, अन्यथा कठोर कार्रवाई के लिए तैयार रहें।