पंजाब पुलिस को 36 दिन से छकाने वाला खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया है। पंजाब पुलिस ने मोगा गुरुद्वारे से उसे गिरफ्तार किया है। वह कई दिनों से फरार चल रहा था। पहले कहा जा रहा था कि अमृतपाल सिंह ने मोगा पुलिस के सामने देर रात सरेंडर किया है, लेकिन बाद में पंजाब पुलिस ने बताया कि अमृतपाल को गिरफ्तार किया गया है। उसे मोगा के रोड़ेवाल गुरुद्वारे से पकड़ा गया है, जहां उसे पुलिस उसे अमृतसर ले गई है। अमृतपाल को पंजाब पुलिस असम के डिब्रूगढ़ लेकर निकल गई है। उसे बठिंडा एयरपोर्ट से स्पेशल प्लेन से डिब्रूगढ़ लाया जा रहा है। खबरों के मुताबिक बठिंडा एयरपोर्ट पर ही उसका मेडिकल चेकअप हुआ है। पंजाब पुलिस के आईजी सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि आज सुबह पौने सात बजे अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार किया गया। हमें इंटेलिजेंस मिला था कि वह गुरुद्वारा के अंदर मौजूद है, जिसके बाद पंजाब पुलिस और खुफिया एजेंसियों के संयुक्त ऑपरेशन में हमने पूरे गांव को घेर लिया था। हमने गुरुद्वारे की मर्यादा को ध्यान में रखते हुए इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। अमृतपाल की गिरफ्तारी एनएसए के तहत हुई है।
अमृतपाल सबसे पहले 23 फरवरी को चर्चा में आया था। उसने अजनाला पुलिस स्टेशन में अपने करीबी को छुड़ाने के लिए हजारों समर्थकों के साथ हमला बोल दिया था। इस हमले में 6 पुलिसकर्मी जख्मी हुए थे। इसके बाद उसने कई टीवी चैनलों में दिए इंटरव्यू में अलग खालिस्तान की मांग की थी। इतना ही नहीं अमृतपाल ने देश के गृह मंत्री अमित शाह को भी धमकी दी थी। अमृतपाल की तुलना खालिस्तानी आतंकी भिंडरावाले से भी की जा रही है।