
बोर्ड ने कहा- कायरतापूर्ण हमला, माफ़ी के लायक नहीं
अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तनाव शनिवार रात उस वक्त और बढ़ गया, जब पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में हवाई हमले किए। इन हमलों में तीन अफगानी घरेलू क्रिकेटरों की मौत हो गई, जबकि दर्जनभर लोग घायल हुए हैं। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने इन मौतों की पुष्टि करते हुए पाकिस्तान के खिलाफ आगामी त्रिकोणीय T20 सीरीज से नाम वापस ले लिया है।
मारे गए क्रिकेटरों की पहचान कबीर, सिबघतुल्लाह और हारून के रूप में हुई है। ये खिलाड़ी 17 अक्टूबर को उरगुन ज़िले के शराना इलाके में एक दोस्ताना मैच खेलकर लौट रहे थे, तभी उन पर यह हमला हुआ। अफगान अधिकारियों ने इसे “पाकिस्तानी शासन का कायराना हमला” बताया है।
क्रिकेट जगत में मातम
एसीबी ने एक कड़ा बयान जारी करते हुए कहा, “हम इस बर्बर हमले की कड़ी निंदा करते हैं। यह निर्णय (सीरीज से नाम वापसी) हमारे खिलाड़ियों और उनके परिवारों के प्रति सम्मान का प्रतीक है।”
टीम के सीनियर खिलाड़ी फजलहक फारूकी ने कहा, “यह हत्या माफ़ करने लायक नहीं है।”
वहीं मोहम्मद नबी और रहमानुल्लाह गुरबाज ने भी शोक व्यक्त करते हुए कहा कि इस त्रासदी ने पूरी क्रिकेट बिरादरी को झकझोर दिया है।
टीम के कप्तान राशिद खान ने इसे “कार्यकर्तापूर्ण हमला” बताते हुए पाकिस्तान के खिलाफ मैच न खेलने के फैसले को सही ठहराया। राशिद खान ने एक्स पर लिखा कि अफगानिस्तान पर हाल के पाकिस्तानी हवाई हमलों में नागरिकों की जान जाने से मुझे गहरा दुख हुआ है। एक त्रासदी जिसने महिलाओं, बच्चों और विश्व मंच अपने देश का प्रतिनिधित्व करने का सपना देखने वाले युवा क्रिकेटरों की जान ले ली। नागरिक बुनियादी ढांचे को निशाना बनाना बिल्कुल बर्बर है। मैं पाकिस्तान के खिलाफ आगामी मुकाबलों से हटने के एसीबी के फैसले का स्वागत करता हूं। मैं इस कठिन समय में अपने लोगों के साथ खड़ा हूं। हमारी राष्ट्रीय गरिमा बाकी सभी से पहले आनी चाहिए।
तनाव में तब्दील होता खेल
इस घटना ने क्रिकेट जैसे शांति और भाईचारे के प्रतीक खेल को भी राजनीति की आग में झोंक दिया है। पाकिस्तान की कार्रवाई पर अफगान जनता और अंतरराष्ट्रीय खेल समुदाय में गुस्सा है। अब देखना होगा कि आने वाले दिनों में दोनों देशों के बीच रिश्तों की पिच और कितनी खुरदरी होती है।


