बागेश्वर। सोमवार को जिला खनिज फाउंडेशन न्यास की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने कार्यदायी संस्थाओं को अवशेष निर्माण कार्यों को समयबद्धता, पारदर्शिता औऱ गुणवत्ता के साथ तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश देते हुए कहा कि जो कार्य पूर्ण हो चुके है उनकी फ़ोटो ग्राफ्स,नागरिक सूचना बोर्ड और जिओ टैगिंग करवाते हुए उपयोगिता प्रमाण पत्र जिला कार्यालय को यथाशीघ्र उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि खनन क्षेत्र के इलाकों में शिक्षा,स्वास्थ्य,पेयजल सड़क मार्ग जैसे जरूरी कार्यों को युद्धस्तर पर पूर्ण करना सुनिश्चित करें। ताकि स्थानीय जनता को इसका लाभ मिल सके। जिलाधिकारी ने कहा कि खनन न्यास निधि से जिले के खनन प्रभावित इलाकों में जनता की समस्याओं का समाधान करने एवं उन्हें सुलभ सुविधाएं प्रदान की जानी है। इसलिए जो कार्य किए जा रहे है उन्हें समयबद्धता के साथ पूर्ण किए जाए। जिलाधिकारी ने जिला खनन अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा की खनन प्रभावित क्षेत्रों में आमजन की समस्याओं के समाधान के लिए खनन न्यास से गत पांच वर्षों में कितने काम हुए है उनका आंकड़ा एक सप्ताह के भीतर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। ताकि आने वाले समय में खनन प्रभावित क्षेत्रों के लिए सुनिश्चित योजना बनाई जा सके। साथ ही जिलाधिकारी ने अब तक पूर्ण हो चुके कामों की जांच के लिए थर्ड पार्टी गठित कर एसओपी बनाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्थाओं को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। गुणवत्ता में कमी कतई भी बर्दाश्त नही होगी। साथ ही कार्यों की पारदर्शिता के लिए निर्माण स्थल पर आमजन की जानकारी के लिए सूचना बोर्ड लगाएं ताकि लोगों को यह पता चल सकें कि उक्त कार्य किस योजना से हो रहें है औऱ इसकी लागत कितनी है। जिलाधिकारी ने कहा कि जो कार्य पूर्ण हो गए है उनकी जिओ टैगिंग के साथ फोटो उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
जिला खनन अधिकारी जिज्ञासा बिष्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष कुल 73 कार्य के लिए प्रस्ताव विभाग के पास आएं है। इससे पूर्व 47 काम खनन प्रभावित क्षेत्रों में स्वीकृत थे। जिसमें से 43 काम पूरे हो चुके है जबकि चार कार्य गतिमान है। बैठक में सीडीओ आरसी तिवारी,एडीएम एनएस नबियाल,ईई लोनिवि अमित कुमार पटेल,जल संस्थान सीएस देवडी,लघु सिंचाई विमल सूंठा,अपर मुख्य चिकित्साधिकारी अनुपमा ह्यांकी,सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।