उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल की महाभारत 17 दिन बाद ख़त्म हुई। पिछले 17 दिन से 41 श्रमिक इस अंधी सुरंग में क़ैद थे जो आज खुली हवा में सांस लेंगे। टनल का देश का आज तक का यह सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन था। केंद्र और राज्य सरकार के तमाम संसाधनों और अंतरराष्ट्रीय टनल वैज्ञानिकों की उपलब्धता, PMO की क्लोज मॉनिटरिंग के चलते इतना समय लगना चौंकाता ज़रूर है, लेकिन चुनौती प्रकृति से मिली थी।
मौके पर एम्बुलेंस के साथ डॉक्टरों की टीम भी मौजूद है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम को भी उत्तरकाशी टनल में गई है। किसी भी वक्त सभी मजदूर सुरंग से बाहर आ सकते हैं। मजदूरों के बहुत पास रेस्क्यू टीम पहुंच चुकी है। सुरंग से मजदूरों को बाहर निकलते ही एम्बुलेंस के जरीये उन्हें अस्पताल में एडमिट कराया जाएगा।