स्वास्थ्य शिविर में दांत निकलवाने पहुंचे किशोर, डॉक्टरों ने जताई हैरानी

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बागेश्वर। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य को लेकर लोगों में अब भी जागरूकता का अभाव है। एक और जहां शासन प्रशासन बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने और लोगों को जानकारी मुहैया कराने की बात करता है वहीं दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्र में अभी जागरूकता का अभाव है। जिसकी एक झलक कन्यालीकोट में लगे स्वास्थ्य शिविर में देखने को मिली जहां किशोर उम्र वाले भी अपने परमानेंट दांत निकलवाने को पहुंच गए। हालांकि डॉक्टरों ने उन्हें जागरूक किया और दांतों का इलाज कराने की सलाह दी।

बुधवार को राजकीय इंटर कॉलेज कन्यालीकोट में रेड क्रॉस सोसाइटी और शिखर सरमूल क्लीनिक की ओर से स्वास्थ्य शिविर लगाया गया। शिविर में 31 मरीजों के दांतों की जांच की गई जबकि 9 लोगों के दांत निकाले गए। शिविर में अधिकांश किशोर स्कूली छात्र-छात्राओं ने भागीदारी की। हैरत की बात यह थी कि किशोरावस्था वाले भी अपने दांत निकलवाने आए थे। जिन्हें डॉक्टर ने समझाया कि इस उम्र में दांत निकाले नहीं जाते इनका इलाज किया जाता है। वही शिविर में कई ऐसे किशोर भी थे जो 16 से 18 वर्ष की उम्र में ही अपने परमानेंट दांत निकलवा चुके हैं।

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डॉक्टरों ने कहा कि युवाओं ने जागरूकता की कमी के कारण इस उम्र में ही अपने परमानेंट दांत निकलवा दिए हैं जो भविष्य में उनके लिए नुकसानदायक साबित होगा। शिविर में रेड क्रॉस सोसाइटी के जिला सचिव आलोक पांडे कार्यकारिणी सदस्य महेश गढ़िया, कन्हैया वर्मा मौजूद ने सहयोग किया, जबकि मरीजों के दांतों की जांच डॉ रविंद्र कपकोटी और डॉ भुवनेश शाक्य ने की। रेड क्रॉस सोसाइटी के फार्मासिस्ट विक्रम भाकुनी ने मरीजों को दवाइयां बांटी इस मौके पर ग्राम प्रधान सुरेंद्र सिंह क्षेत्र पंचायत सदस्य हीरा सिंह आदि मौजूद थे। शिविर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कपकोट के फॉर्मासिस्ट खड़क सिंह मेहरा ने भी सहयोग दिया।

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रेड क्रॉस सोसाइटी के जिला सचिव आलोक पांडे ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागरूक करने की जरूरत है अगर शासन प्रशासन इसे लेकर पहल करेगी तो सोसाइटी भी हर संभव सहयोग देगी।