मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सचिवालय में नवगठित सेतु आयोग की कार्ययोजना से सम्बन्धित प्रस्तुतीकरण का अवलोकन किया। उन्होंने सेतु आयोग से आने वाले दो साल के लिए प्रभावी नीति बनाकर कौशल विकास और स्वरोजगार की दिशा में विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
सीएम धामी ने कहा कि जो भी कार्ययोजना बनाई जा रही है, आगामी दो सालों में वे पूर्ण रूप से धरातल पर दिखे। उन्होंने जिलों के विकास के लिए जिलेवार भौगोलिक परिस्थितियों के अनुकूल विकास की योजनाओं पर कार्य करने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि सेतु आयोग के गठन का उद्देश्य राज्य में मजबूत एवं सुदृढ़ नीतियां बनाना, योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करना, प्रभावी कार्य संस्कृति को विकसित करना, विकास और पर्यावरण में संतुलन बनाते हुए योजनाओं का क्रियान्वयन एवं योजनाओं पर प्रभावी निगरानी रखें जाने के लिए किया गया है। उन्होंने कहा कि समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक योजनाओं का पूरा लाभ पहुंचे, इसके लिए विभिन्न माध्यमों से योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाए। प्रचार-प्रसार के लिए सरल तरीके अपनाये जाएं। यदि आवश्यकता हो तो यूजर फ्रेंडली पोर्टल (यूजर फ्रेंडली एप्लीकेशन ) भी बनाए जाए। इस मौके पर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, उपाध्यक्ष सेतु राजशेखर जोशी, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, अपर सचिव डॉ. विजय कुमार जोगदंडे, नियोजन विभाग के मनोज पंत उपस्थित थे।