लद्दाख से पैदल पहुंचे सोनम वांगचुक, दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तार

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लद्दाख को विशेष दर्जा देने की मांग को लेकर किए जा रहे आंदोलन मामले में मंगलवार को लद्दाख के सांसद हाजी हनीफा जान समेत 67 और लोगों को हिरासत में लिया गया है। इस मामले में अब सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक समेत कुल 217 लोगों को मंगलवार शाम तक हिरासत में ले लिया गया है। बाहरी-उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त रवि कुमार सिंह ने बताया कि सभी को दिल्ली के विभिन्न थानों में रखा गया है।पुलिस उपायुक्त ने बताया कि सभी ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 का उल्लंघन किया है। इस कारण दिल्ली की सीमा सिंघु बॉर्डर पर से ही सभी को हिरासत में ले लिया गया। सभी के खिलाफ धारा 163 का उल्लंघन करने पर धारा 223 के तहत कार्रवाई की गई है। हिरासत में लिए गए लोगों को 24 घंटे से ज्यादा हिरासत में नहीं रखा जा सकता। सामाजिक कार्यकर्ता सोनम लद्दाख से पैदल मार्च कर दिल्ली आ रहे थे और इनको दो अक्तूबर को राजघाट व अन्य जगहों पर प्रदर्शन करना था। 2 अक्तूबर को दिल्ली के राजघाट पर धरना प्रदर्शन करने की योजना है।

सिंघु बॉर्डर पर सोनम वांगचुक समेत सभी प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए सैकड़ों की संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई थी। साथ ही दिल्ली की अन्य सीमाओं पर सुरक्षा को कड़ा कर दिया गया था। बिना चेकिंग के किसी को दिल्ली में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा था। दिल्ली पुलिस आयुक्त ने दिल्ली की सीमा क्षेत्र समेत नई दिल्ली, मध्य दिल्ली व उत्तरी जिले में धारा 163 (पहले 144) लागू कर दी थी। दिल्ली पुलिस ने कई लेन ब्लॉक कर केवल एक लेन को वाहनों की आवाजाही के लिए खोला हुआ था। इस कारण सिंघु बॉर्डर पर कई घंटे लंबा जाम भी लगा रहा।वांगचुक को वकीलों से मिलने की अनुमति नहीं, अनशन पर बैठेवांगचुक से जुड़े लोगों ने बताया कि वांगचुक को बवाना पुलिस स्टेशन में वकीलों से मिलने नहीं दिया जा रहा है। इसलिए वांगचुक के साथ अन्य समर्थकों ने भी मंगलवार को दिल्ली के बवाना पुलिस स्टेशन में अनिश्चित काल के लिए अनशन शुरू कर दिया है। वांगचुक ने इस मार्च के लिए मोदी और अमित शाह को भी ईमेल भेजकर अनुमति मांगी थी। सोमवार देर रात सोनम वांगचुक को 150 लोगों के साथ पुलिस ने हिरासत में लिया था।

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सिंघू बॉर्डर पर बिताना चाहते थे रात

वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि वांगचुक दिल्ली के सिंघू बॉर्डर पर रात बिताना चाहते थे। दिल्ली में 5 अक्टूबर तक धारा 163 लागू है। मार्च कर रहे लोगों को वापस जाने के लिए कहा गया था, जब वे नहीं माने तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया हे।

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चार वर्ष से चल रहा है आंदोलन

लेह अपेक्स बॉडी और कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस पिछले 4 साल से लद्दाख को स्टेटहुड दिलाने की मांग कर रहे हैं। सोनम वांगचुक ने एक महीने पहले 150 लोगों के साथ लेह से दिल्ली में बापू की समाधि स्थल तक पैदल मार्च निकालना था। करीब 700 किमी पैदल यात्रा को उन्होंने दिल्ली चलो पदयात्रा नाम दिया।लद्दाख सांसद बोले- महिलाओं को पुरुषों के साथ रखा गया सोमवार देर रात को वांगचुक के हिरासत में लेने के बाद सिंघु बॉर्डर पर लद्दाख के सांसद हाजी हनीफा जान पहुंचे। उन्होंने कहा- पुलिस ने 30 महिलाओं को भी हिरासत में लिया है। उन्हें पुरुषों के साथ रखा गया है। दिल्ली पुलिस ने मंगलवार सुबह सांसद हनीफा को भी हिरासत में लिया। उन्हें नरेला पुलिस स्टेशन ले जाया गया है।