प्रदेश में लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर का विरोध, सरकार और यूपीसीएल का जलाया पुतला

ख़बर शेयर करें -

बागेश्वर। प्रदेश में यूपीसीएल की ओर से लगाए जा रहे स्मार्ट मीटरों के विरोध में संघर्ष वाहिनी ने एसबीआई तिराहे पर सरकार और यूपीसीएल का पुतला दहन किया।

संघर्ष वाहिनी के जिलाध्यक्ष कवि जोशी ने कहा कि पूरे प्रदेश के अंदर लगभग 19.5 लाख यूपीसीएल के उपभोक्ता हैं। जिनसे लगभग 15% अतिरिक्त शुल्क के रूप लगभग 2500 करोड़ रूपये अवैध चार्ज के रूप में लगातार कई सालों से वसूल रहा है। अब स्मार्ट मीटर की आड़ में जनता कों पूरे तरीके से चूना लगाने की साजिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि घरों में किसी भी हालत में स्मार्ट मीटर नहीं लगने दिये जायेंगे। किसी निजी कम्पनी को फायदा पहुंचाने और यूपीसीएल का निजीकरण करने कि साजिश प्रदेश सरकार द्वारा की जा रही है। जिसे किसी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।

यह भी पढ़ें 👉  अब लोगों को नहीं काटने पड़ते कार्यालयों के चक्कर, सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों का घर बैठे मिल रहा सीधा लाभ: सीएम

जिला संरक्षक रमेश कृषक ने कहा कि पहले ही कई बार बिजली दरों में वृद्धि करके आम जनता के लिए मुश्किलें खड़ी की गई हैं। अब सरकार स्मार्ट बिजली मीटर लगाने की योजना पर काम कर उनकी मुश्किलों को बढ़ाने का काम कर रही है। सरकार की इस नीति का विरोध करना और स्मार्ट मीटर योजना को रद्द किए जाने की मांग करना बेहद जरूरी मानते हैं। इस मौके पर जिला उपाध्यक्ष प्रकाश पांडेय, वीरेंद्र नेगी,संस्कार भारती, जगदीश पाठक, अनमोल भारती, महेश नगरकोटि, प्रेम कुमार, दिव्यांशु पिंडारी,इरफ़ान, प्रमोद ग्वासाकोटि आदि मौजूद रहे।