
बागेश्वर। ड्यूटी के दौरान खाकी वर्दी की मर्यादा का उल्लंघन करना बागेश्वर के कोतवाल और एक आरक्षी को महंगा पड़ गया। भाजपा के प्रदेश महामंत्री का वर्दी पहनकर गुलदस्ता भेंट करने की तस्वीर वायरल होने के बाद पुलिस अधीक्षक चंद्रशेखर आर घोडके ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दोनों पुलिसकर्मियों का स्थानांतरण कर दिया है।
क्या है पूरा मामला?
हाल ही में भाजपा के प्रदेश महामंत्री बनने के बाद बागेश्वर जिले के दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। इसी कड़ी में, कोतवाल कैलाश नेगी और आरक्षी नरेंद्र गोस्वामी ने भी अपनी खाकी वर्दी में उन्हें फूलों का गुलदस्ता भेंट किया। इस घटना की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए, जिस पर लोगों ने पुलिस के प्रोटोकॉल और आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी। वर्दी को निष्पक्षता और तटस्थता का प्रतीक माना जाता है, और किसी राजनीतिक दल के नेता का आधिकारिक तौर पर इस तरह स्वागत करना नियमों के विरुद्ध माना गया।
एसपी ने दिखाई सख्ती, तुरंत किया तबादला
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक चंद्रशेखर आर घोडके ने तुरंत संज्ञान लिया। उन्होंने इसे पुलिस बल के अनुशासन के खिलाफ मानते हुए कोतवाल कैलाश नेगी और आरक्षी नरेंद्र गोस्वामी के तबादले का आदेश जारी कर दिया।
कोतवाल कैलाश नेगी को बागेश्वर कोतवाली से हटाकर कौसानी कोतवाली की नई जिम्मेदारी सौंपी गई है।
आरक्षी नरेंद्र गोस्वामी को झिरौली थाने में स्थानांतरित कर दिया गया है।
बताया जा रहा है कि एसपी ने इस मामले में विभागीय जांच के आदेश भी दिए हैं। इस कार्रवाई से महकमे में सख्त संदेश गया है कि वर्दी की गरिमा और प्रोटोकॉल के उल्लंघन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।


