आपण लै चिताव है जानूं
आपणों कै लै चिताव बणूनूं
आओ हम सब नशा मुक्त समाज बणूनूं
नशेकि आदताक मारि छन जो
य बात उनूं कैं समझूंनू
कसम सबै मिल बैर खानूं
आओ सब य कर्तव्य निभूंनू
नश्श मुक्त समाज बणूनूं
झगड़ फिसादेकि जड़ पनपणैं नशा क कारण
करणै पड़ल यैक निवारण
तबै तो य सब दुख भाजाल
खुशहाल है जाल् सबै घर आंगन
बस य स्वैचि बैर
आओ आपण कदम बणूनूं
नशा मुक्त समाज बणूनूं
न क्वै सुहागन विधवा हो
न क्वै ईजक च्यल मरो
न क्वै ज्वान नश्श करो
घर घर में य बात बतूनूं
आओ मिल बेर हम कदम बणूनूं
नश्श मुक्त समाज बणूनूं
जाणि कदुकै घर उजड़ गयीं
जाणि कदुकै आपणों कैं छोड़ि गयीं
जाणि कदुकै य नश्शाक चक्कर में
आपण बाट भभरी रयीं
आओ उ भभरी रयीं कैं बाट में ल्हूंनूं
आओ मिल बेर हम कदम बणूनूं
नश्श मुक्त समाज बणूनूं
कमल कवि काण्डपाल
खुनौली बागेश्वर