अडानी मामले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार को घेरा, पुतला दहन कर किया प्रदर्शन

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केंद्र सरकार की जन विरोधी नीति के खिलाफ कांग्रेस में जबरदस्त गुस्सा है। नाराज कार्यकर्ताओं ने केंद्र सकार का पुतला दहन किया। साथ ही एलआईसी व एसबीआई कार्यालय के समाने धरना दिया। सरकार पर अडानी समूह को लाभ पहुंचाने का भी आरोप लगाया है। जल्द नीति में बदलाव लाने की मांग की है।


जिलाध्यक्ष भवगत डसीला के नेतृत्व में कार्यकर्ता सोमवार को पहले एसबीआई कार्यालय के बारहर पहुंचे। यहां नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। इसके बाद एलआईसी के बाहर धरना दिया। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने जीवन बीमा निगम व भारतीय स्टेट बैं एवं अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से अपने उद्योगपति मित्र अडानी समूह में जबरदस्ती निवेश कराया गया है। एआईसी द्वारा पॉलिसी धारकों का 39 हजार करोड़ रुपया अडानी समूह में निवेश कराया गया है। जिससे पॉलिसी धारकों को 33060 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है। साथ ही सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय स्टेट बैंकों का आडानी समूह पर 80 हजार करोड़ रुपये का बकाया है। कांग्रेस सरकार की इस तरह की दादागिरी कतई सहन नहीं करेगी। केंद्र की जनविरोधी नीति को कतई नहीं पनपने दिया जाएगा। लोगों को भी इसके लिए जागरूक किया जाएगा। इसके बाद नाराज कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार का पुतला दहन किया। जिलाध्यक्ष भवगत डसीला ने बताया की देश को गर्त की और धकेलने का काम भाजपा सरकार के द्वारा लगातार किया जा रहा है पहले विजय माल्या, मेहुल चौकसी, नीरव मोदी देश का हजारों करोड़ का पैसा लेके भाग चुके है भाजपा ने 9 साल की सरकार में केवल उद्योगपतियो को भगाने का काम किया है। भाजपा सरकार पूरी तरह से विफल हो चुकी है। देश पर आर्थिक संकट के बादल मडरा रहे है।पूर्व विधायक ललित फर्सवाण ने बताया की मोदी सरकार की जन विरोधी नीति के खिलाफ भारतीय जीवन बीमा निगम एवं भारतीय स्टेट बैंक के बाहर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है उन्होंने बताया की देश की आर्थिकी को बर्बाद करने का काम किया जा रहा है उन्होंने बताया की अडानी और अंबानी को इतना कर्ज देना और देश की परिसंपत्तियो को बेचना मोदी सरकार की विफलता दर्शाता है।
इस मौके पर पूर्व सासंद प्रदीप टम्टा, पूर्व विधायक ललित फसर्वाण, राजेंद्र टंगड़िया, रंजीत दास, भीम कुमार, सुनीता टम्टा, गोकुल परिहार, दीपक गड़िया आदि मौजूद रहे।