
बागेश्वर। उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती पर शनिवार को तहसील परिसर में आयोजित कार्यक्रम में राज्य आंदोलनकारियों और उनके परिजनों को सम्मानित किया गया। जिलाधिकारी आकांक्षा कोंडे और दर्जा राज्य मंत्री भूपेश उपाध्याय ने उन्हें शॉल ओढ़ाकर और माल्यार्पण कर सम्मान दिया। कार्यक्रम में राज्य आंदोलन के शहीदों के चित्रों की प्रदर्शनी भी आकर्षण का केंद्र रही।
कार्यक्रम की शुरुआत जिलाधिकारी और राज्य मंत्री ने दीप प्रज्वलित कर की। इसके बाद शहीद आंदोलनकारियों को पुष्पांजलि अर्पित कर उनके बलिदान को नमन किया गया। इस दौरान कई आंदोलनकारियों ने अपने संघर्ष के अनुभव साझा किए और राज्य के विकास को लेकर सुझाव दिए।
डीएम आकांक्षा कोंडे ने कहा कि आंदोलनकारियों के संघर्ष की बदौलत आज उत्तराखंड एक अलग राज्य के रूप में स्थापित है और लगातार विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि जनता की समस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता से किया जाएगा और किसी भी माध्यम से आए प्रकरणों पर नियमानुसार कार्रवाई होगी।
दर्जा राज्य मंत्री भूपेश उपाध्याय ने राज्य निर्माण को जनभागीदारी और आंदोलनकारियों के अथक प्रयासों का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि उनका योगदान सदैव अविस्मरणीय रहेगा।
कार्यक्रम के दौरान सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर आयोजित एकता मार्च को डीएम और मंत्री ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। वहीं, राष्ट्रगीत वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण होने पर सामूहिक गायन किया गया।
इस मौके पर नगर पालिका अध्यक्ष सुरेश खेतवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रभा गड़िया, मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी, अपर जिलाधिकारी एनएस नबियाल, एसडीएम ललित मोहन तिवारी, अनिल सिंह चनियाल समेत अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।





