देहरादून। भारी बारिश और भूस्खलन ने उत्तराखंड में कहर बरपाया है। प्रदेश में तीन लोगों की मौत हो चुकी है। 13 लोग लापता हैं जबकि 12 घायल हुए हैं। टिहरी जिले के धनौल्टी क्षेत्र में भारी बारिश से मकान जमींदोज हो गया। हादसे में एक ही परिवार के सात लोग मलबे में दब गए जिनमें दो लोगों के शव निकाल लिए हैं। वहीं यमकेश्वर में एक महिला की दबने से मौत की सूचना है। पहाड़ी दरकने, भूस्खलन से राज्य की कई सड़कें भी बंद हो गई हैं।
धनोल्टी एसडीएम लक्ष्मी राज चौहान ने बताया कि मामले में पूरी नजर बनाई हुई है। वहीं राज्य में जगह-जगह से सामने आ रही आपदा की तस्वीरों के बाद सेनानायक एसडीआरएफ मणिकांत मिश्रा ने मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाला है। राज्य में मूसलाधार बारिश के बाद राज्य के विभिन्न जिलों में तबाही का मंजर है। कहीं मलबा आने से मकान क्षतिग्रस्त हो गए है तो कहीं उफनती नदी नालों में लोग फंस गए है। रातभर से एसडीआरएफ टीम यद्धस्तर पर राहत एवं बचाव कार्य मे पूर्ण ततपरता से कार्य कर रही है। धनौल्टी में हुए हादसे में राजेन्द्र सिंह उम्र 35 वर्ष, पुत्र स्व0 गुलाब सिंह और सुनीता देवी पत्नी राजेन्द्र सिंह के शव बरामद किए गए हैं।
देहरादून में सरखेत,रायपुर में बादल फटने की सूचना पर एसडीआरएफ टीम द्वारा मध्य रात्रि से ही रेस्क्यू ऑपेरशन चलाया जा रहा है। सरखेत ग्राम से 40 से अधिक लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। पौड़ी, यम्केश्वर ब्लॉक अवी गांव में नदी के उफान पर आने से एक परिवार के फंसे होने की सूचना पर एसडीआरएफ टीम घटनास्थल के लिए रवाना हुई। हालांकि मलबा आने से मार्ग बाधित है। पिथौरागढ़ में मल्लिका अर्जुन स्कूल के पास घरों में मलबा आने की सूचना पर एसडीआरएफ टीम तत्काल घटनास्थल पर पहुंची जहां गोशाला की दीवार टूटने से एक गाय घायल हो गई थी और एक बकरी दब गई थी। टीम द्वारा मलबा हटाकर बकरी को निकाला गया।