
बागेश्वर। उत्तराखण्ड के माननीय राज्यपाल महोदय लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह आज कौसानी स्थित कुमाऊँ मण्डल विकास निगम (KMVN) के अतिथिगृह पहुँचे। उनके आगमन पर जिलाधिकारी आशीष भटगांई के नेतृत्व में जनपद प्रशासन द्वारा उनका औपचारिक स्वागत किया गया। इस अवसर पर माननीय राज्यपाल महोदय को गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया।
अपने प्रवास के दौरान माननीय राज्यपाल महोदय ने स्वयं सहायता समूहों (SHGs) द्वारा लगाए गए विभिन्न उत्पाद स्टॉलों का अवलोकन किया। उन्होंने समूह की महिलाओं से उनकी मासिक आय के विषय में जानकारी प्राप्त की तथा उन्हें आय के स्रोतों में विविधता लाकर आर्थिक रूप से और सशक्त होने के लिए प्रेरित किया।
माननीय राजपाल महोदय ने किसानों, महिलाओं एवं स्वयं सहायता समूहों द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए उन्हें डिजिटल प्लेटफार्म और उन्नत विपणन तकनीकों से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया, जिससे उनके उत्पादों को अधिक व्यापक बाजार उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि जिले की महिलाओं में है अभूतपूर्त आत्मविश्वास, उचित अवसर और सहयोग से महिलाएं सफलता के शिखर पर पहुंच सकती हैं।
उन्होंने बागेश्वर में एरोमैटिक पौधों एवं औषधीय जड़ी-बूटियों की खेती की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र राज्य की आर्थिकी के लिए गेम चेंजर साबित हो सकता है, तथा इससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्थायी रोजगार एवं आय के नए अवसर सृजित किए जा सकते हैं।
जिलाधिकारी भटगांई ने माननीय राज्यपाल महोदय को जनपद में चल रही विकास योजनाओं, पर्यटन संभावनाओं तथा प्रशासनिक पहलों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बागेश्वर धार्मिक पर्यटन, साहसिक पर्यटन तथा पैरासेलिंग एवं पैराग्लाइडिंग जैसी गतिविधियों के लिए अत्यंत उपयुक्त स्थल बन रहा है। उन्होंने तांब्रा उद्योग के माध्यम से स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने की योजना, तथा छात्राओं को करियर और जीवन के विभिन्न आयामों से जोड़ने वाली पहल ‘मेरा सपना, मेरा लक्ष्य’ कार्यक्रम की जानकारी दी, जो बालिकाओं को उच्च प्रेरणा एवं राष्ट्रीय स्तर पर अवसर दिलाने की दिशा में एक अभिनव प्रयास है। साथ ही उन्होंने हेलो बागेश्वर पहल और नशा मुक्ति अभियान की रूपरेखा बताई, जो जिले को सामाजिक रूप से सशक्त और जागरूक बनाने की दिशा में उठाए गए ठोस कदम हैं। जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि वनाग्नि की घटनाएं तथा मानव-वन्यजीव संघर्ष जैसे मुद्दे जनपद की गंभीर चुनौतियाँ हैं, जिनसे निपटने हेतु प्रशासन सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है।
पुलिस अधीक्षक चंद्रशेखर आर. घोरखे ने माननीय राज्यपाल महोदय को जनपद की कानून व्यवस्था की स्थिति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सतत निगरानी और गश्त की जा रही है तथा एनआरआई गतिविधियों पर भी विशेष निगरानी रखी जा रही है।
माननीय राज्यपाल महोदय ने जिलाधिकारी द्वारा आरंभ की गई नवाचारी पहलों की सराहना की, विशेषकर मेरा सपना, मेरा लक्ष्य तथा नशा मुक्ति अभियान की। उन्होंने कहा कि नशा एक गंभीर सामाजिक संकट है जो संपूर्ण युवा पीढ़ी को विनाश की ओर ले जा सकता है, अतः इसके विरुद्ध प्रभावी व सशक्त कदम उठाए जाने चाहिए। उन्होंने जिले की इकाई को “राष्ट्र की आर्थिक धुरी (EconomicHub)” की संज्ञा देते हुए कहा कि यहाँ की ऊर्जा, संभावनाओं और संसाधनों का सही उपयोग कर देश के विकास में बड़ी भूमिका निभाई जा सकती है। अंत में उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि घोस्ट विलेज को होस्ट विलेज में बदलने के लिए विशेष परियोजनाएं शुरू की जानी चाहिए, ताकि दूरस्थ और संसाधनविहीन क्षेत्रों को भी मुख्यधारा से जोड़ा जा सके।
