प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में अब इलाज सस्ता होने जा रहा है। गुरुवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट बैठक में ओपीडी, आईपीडी और एडमिशन शुल्क को 50 प्रतिशत तक सस्ता कर दिया गया है। सरकारी अस्पतालों में मरीज की मृत्यु होने उसका पार्थिव शरीर एंबुलेंस से निशुल्क उनके घर तक पहुंचाया जाएगा। कैबिनेट के ये फैसले शासनादेश जारी होने के साथ ही प्रदेशभर में लागू हो जाएंगे।
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने बताया कि अस्पतालों में भर्ती होने के शुल्क में काफी बदलाव किया गया है। इसके तहत अब से जनरल वार्ड चौथे दिन से प्रतिदिन 17 के बजाय 10 रुपये, सीएचसी में 17 के बजाय 15 रुपये, शहरी अस्पताल में 57 के बजाय 25 रुपये शुल्क होगा। प्राइवेट वार्ड में डबल बेड रूम में 230 के बजाय 150 रुपये शुल्क होगा। सिंगल बेड का शुल्क 438 रुपये के बजाय 300 रुपये और एसी रूम का किराया 1429 के स्थान पर 1000 रुपये रहेगा।
ओपीडी शुल्क में भी कमी की गई है। अब पीएचसी में 13 रुपये के स्थान पर 10 रुपये, सीएचसी में 15 रुपये के स्थान पर 10 रुपये और जिला अस्पताल में 28 रुपये के स्थान पर 20 रुपये का पर्चा बनेगा। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि इस व्यवस्था से प्रदेश में सभी सरकारी अस्पतालों में शुल्क की दरें एक समान हो गई हैं।