चक्रवाती तूफान के कारण पांच मिनट में भारी तबाही मच गई। पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में तूफान से पांच लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोग घायल हो गए। मौसम की गंभीर स्थिति का असर असम पर भी पड़ा है। यहां भारी बारिश के कारण गुवाहाटी के गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की छत का एक हिस्सा ढह गया।
शहर के अधिकांश हिस्सों और पड़ोसी मैनागुड़ी के कई इलाकों में ओलावृष्टि के साथ तेज हवाएं बहने से कई झोपड़ियां और मकान क्षतिग्रस्त हो गए, पेड़ उखड़ गए और बिजली के खंभे गिर गए। तूफान की वजह से राजारहाट, बार्निश, बकाली, जोरपाकड़ी, माधबडांगा और सप्तीबारी सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं एवं कई एकड़ क्षेत्र में लगी फसलों को नुकसान पहुंचा है। सीएम ममता बनर्जी ने प्रभावित क्षेत्रों में जाकर नुकसान का जायजा लिया।
मौसम विज्ञान विभाग ने अपने बुलेटिन में जानकारी दी कि हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पूर्वी मध्य प्रदेश में ओलावृष्टि की संभावना है। पूर्वी एमपी, महाराष्ट्र में भी ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी। वहीं, अरुणाचल प्रदेश में 1 अप्रैल से 4 अप्रैल तक बारिश हो सकती है। यहां कुछ स्थानों पर बहुत बारिश की संभावना है। असम और मेघालय, मिजोरम, मणिपुर और त्रिपुरा में 1 अप्रैल को भारी बारिश की संभावना है। असम और मेघालय में भी बहुत बारिश हो सकती है। गुवाहाटी में आईएमडी के स्थानीय मौसम केंद्र (आरएमसी) ने एक विशेष बुलेटिन में असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश के लिए ‘अलर्ट’ जारी किया है। आरएमसी ने कहा कि राज्यों में बिजली गरजने, भारी से बहुत भारी बारिश होने और 30-40 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवाएं बहने का अनुमान है। आरएमसी ने अगले चार दिन के लिए इन राज्यों के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है।