बागेश्वर। जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने शनिवार दोपहर बाद लोक निर्माण कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कार्यालय में मिली कई खामियों पर नाराजगी जताते हुये जिलाधिकारी ने जिम्मेदार अधिकारियों की प्रतिकूल प्रविष्टि करने के निर्देश दिए। खातों में प्रतिकूल प्रविष्टि विभागीय अधिकारियों के व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने के बाद निरीक्षण कराने तक रहेगी।
नगर पालिका परिषद कार्यालय में प्रशासक के तौर पर कार्यभार संभालने के बाद जिलाधिकारी अचानक लोक निर्माण विभाग कार्यालय पहुंचीं। जहां उन्होंने मुख्य गेट के पास बने टूटे दरवाजे को देखकर भड़क गयी। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को लापरवाही पर जमकर फटकार लगायी। इसके बाद जिलाधिकारी ने कार्यालय के प्रत्येक कमरे में जाकर पटलों का निरीक्षण किया। पटल में काम करने वाले कर्मचारियों से काम की जानकारी ली। निरीक्षण में कई कर्मचारी गैरहाजिर मिले। जिस पर जिलाधिकारी ने अनुपस्थित कर्मचारियों का स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिये। कार्यालय के शौचालय में गंदगी और जगह-जगह दीवारों पर पान की पीक देख जिलाधिकारी का पारा बढ़ गया। जिलाधिकारी पटल पर कर्मचारियों के नाम और उनके पद की सूचना अंकित करने को कहा। कार्यालय परिसर में बेतरतीब रखे गये सरकारी कागज और उपकरणों पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई।
जिलाधिकारी ने कार्यालय में पड़ी निष्प्रयोज्य सामग्री की नीलामी करने को कहा। जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग के परिसर में टूटे दरवाजे और पेयजल की क्षतिग्रस्त लाइनों की स्थिति को जल्द ठीक कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग निर्माणदायी विभाग है जब वे अपने ही कार्यालय को परिसर को ठीक नहीं कर सकते तो अन्य कामों में कैसे उम्मीद की जा सकती है। इसके उपरांत जिलाधिकारी ने लोनिवि अतिथि गृह के सुधारीकरण कार्यो का भी निरीक्षण किया।