बागेश्वर। जिले में चालू मानसूनकाल में भारी अतिवृष्टि से निजी औऱ सार्वजनिक परिसंपत्तियों को करीब 43 करोड़ का नुकसान होने का अनुमान है। मंगलवार को जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर आपदा से हुए नुकसान का जायजा लिया।उन्होंने आपदा से क्षतिग्रस्त सड़क मार्ग, सार्वजनिक परिसम्पत्तियों के निर्माण कार्यों को युद्ध स्तर किए जाने को लेकर शीघ्र स्टीमेट उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
जिलाधिकारी पाल ने विकास खंड कपकोट के दूरस्थ गांवों को जोड़ने वाली बडेत-सौंग प्रधानमंत्री ग्राम सड़क मार्ग का निरीक्षण किया। किमी एक और तीन पर क्षतिग्रस्त सड़क मार्ग को ठीक किए जाने को लेकर जिलाधिकारी ने मौके पर उपस्थित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि आपदा से क्षतिग्रस्त सड़क मार्ग के सुधारीकरण के लिए आगणन तैयार कर शासन को भेजा जाए। ताकि धन आवंटन के बाद सड़क मार्ग के पुनः निर्माण के कार्य किए जा सकें। जिलाधिकारी ने कपकोट में सरयू नदी के दायीं ओर आपदा से हुए भूमि कटाव का निरीक्षण किया। भूमि कटाव से आबादी क्षेत्र को उत्पन्न खतरे को देखते हुए जिलाधिकारी ने बाढ़ सुरक्षा के कार्य किए जाने को लेकर शीघ्र स्टीमेट उपलब्ध कराने के निर्देश अधिशासी अभियंता सिंचाई को दिए। जिलाधिकारी ने कपकोट के केदारेश्वर मैदान के समीप प्रस्तावित पार्क का भी निरीक्षण किया। केदारेश्वर मैदान के पीछे जमा पानी की निकासी के लिपुख्ता इंतजाम करने के निर्देश अधिशासी अभियंता को दिए। जिलाधिकारी ने चिराबगड़, खाईबगड़, जाजर, पोलिंग, पनोरा, गोलना, ग़ैरखेत, हरसीला,कन्यालीकोट, सिमलखेत में बाढ़ सुरक्षा के अंर्तगत होने वाले कार्यों का निरीक्षण किया। अधिशासी अभियंता सिंचाई को निर्देश देते हुए कहा कि बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यों को लेकर कतई भी ढिलाई न बरती जाए। अधिशासी अभियंता पीएमजीएसवाई को आपदा से अवरुद्ध सड़क मार्ग को तेजी से सुचारू करने के निर्देश दिए। तथा जिन ग्रामीण सड़क मार्गों का ज्यादा नुकसान हुआ है उनका अबिलम्ब स्टीमेट तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इस दौरान एसडीएम कपकोट अनुराग आर्य, एसडीएम बागेश्वर मोनिका, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल,प्रभारी अधिशासी अभियंता सिंचाई मनमोहन सिंह बिष्ट, पंकज सिंह मेहता सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।