बागेश्वर। जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने खतरे की आशंका को देखते हुए कपकोट मोटर मार्ग में आरे के पास काभड़ी भ्योल का निरीक्षण किया। उन्होंने खतरे को देखते हुए एनडीआरएफ, बीआरओ, लोनिवि, पीएमजीएसवाई और राजस्व विभाग को सर्वे करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्थायी उपाय होने तक सड़क के दोनों ओर पुलिस चेक पोस्ट बनाने और चेतावनी बोर्ड लगाने के निर्देश दिए। जनता से मार्ग में अति आवश्यक होने पर ही यात्रा करने की अपील की। उन्होंने सावधानी के तहत खतरे वाले स्थान पर हाईमास्क लाईट लगाने के निर्देश भी दिए।
जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने मंगलवार को बागेश्वर- कपकोट मोटर मार्ग में आरे के पास काभड़ी भ्योल में सड़क की पहाड़ी पर आ रही दरारों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि पहाड़ी पर दरार आई हैं। उन्होंने विस्तृत सर्वे के लिए ड्रोन से सर्वे कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी संबंधित विभाग मिलकर बोल्डर गिराने के तरीके पर विचार करें व इसके लिए ग्रिफ, बीआरओ व अन्य एजेंसियों से संपर्क करने को कहा। कहा कि जब तक चट्टान का स्थायी उपाय नहीं होता है तब तक दोनों ओर चेतावनी बोर्ड लगाने के साथ ही पुलिस चेक पोस्ट बनाई जाय। रात्रि में गुजरने वाले वाहनों की सुविधा के लिए हाईमास्क लाईट लगाने को कहा। उन्होंने तहसीलदार, एनडीआरएफ व एसडीआरएफ समेत लोनिवि, बीआरओ व पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को खतरा कम करने की आशंका पर विचार करने को कहा। कहा कि कार्य करने के दौरान आवाजाही रोकनी पड़ेगी। उन्होंने पैदल चलने वालों को परेशानी से बचाने के लिए राजस्व, एनडीआरएफ दो दिन के भीतर वैकल्पिक मार्ग तैयार करें। उन्होंने चट्टान का भूगर्भ वैज्ञानिक से सर्वे करने को कहा।
जिलाधिकारी ने लोगों से अपील की कि इस मार्ग पर कम से कम यात्रा करें तथा खतरे वाले स्थान पर सावधानी बरतें व यहां पर तैनात पुलिस की सलाह का पालन करें। कहा कि प्रशासन जनता की सुरक्षा के लिए पूर्णतया प्रयास कर रहा है। जनता को चाहिए कि इस पर प्रशासन को सहयोग करें।
इस दौरान अपर जिलाधिकारी एनएस नबियाल, उपजिलाधिकारी अनुराग आर्या व जितेंद्र वर्मा, पुलिस उपाधीक्षक अंकित कंडारी, लोनिवि के अधिशासी अभियंता एके पटेल, एनडीआरएफ निरीक्षक अमलेश कुमार, बीआरओ से अमरेश कुमार पांडे, तहसीलदार दलीप सिंह, आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।