
बागेश्वर। पुलिस अधीक्षक (एसपी) चंद्रशेखर घोडके के सख्त निर्देशों के बाद बागेश्वर पुलिस वारंटी अभियुक्तों की धरपकड़ में तेजी ला दी है। इसी कड़ी में कपकोट पुलिस ने फरार चल रहे एक सिद्धदोष बंदी/वारंटी को अल्मोड़ा से गिरफ्तार किया है। यह वारंटी पैरोल खत्म होने के बाद जेल में आत्मसमर्पण करने के बजाय नाम बदलकर फरारी काट रहा था।
कपकोट थाना पुलिस ने जिस सिद्धदोष बंदी को गिरफ्तार किया है, उसका नाम पूरन कुमार है। वह ग्राम किलपारा, तहसील कपकोट का निवासी है। पूरन कुमार फौजदारी वाद संख्या 258/2018 (धारा 138 एन.आई. एक्ट) में सिद्धदोष ठहराया गया था और वर्ष 2021 से जिला कारागार अल्मोड़ा में सजा काट रहा था।
90 दिन की पैरोल पर हुआ था रिहा
पुलिस के अनुसार, माननीय हाई पावर कमेटी/उच्च न्यायालय के आदेश के बाद पूरन कुमार को 25 मई 2021 को 90 दिन की पैरोल पर रिहा किया गया था। पैरोल की अवधि खत्म होने के बावजूद उसने जेल में आत्मसमर्पण नहीं किया और फरार हो गया। माननीय उच्चतम न्यायालय के 24 मार्च 2023 के आदेश के बारे में सूचित करने के बाद भी जब वह जेल नहीं लौटा तो उसकी गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किया गया।
नाम बदलकर किराये के मकान में रह रहा था
एसपी बागेश्वर के दिशा-निर्देशन पर फरार वारंटी की गिरफ्तारी के लिए कपकोट पुलिस टीम का गठन किया गया। पुलिस को पता चला कि पूरन कुमार अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए बागेश्वर और अल्मोड़ा के अलग-अलग स्थानों पर अपना नाम बदलकर फरारी काट रहा था।
थाना कपकोट पुलिस टीम ने सुरागरसी, पतारसी और तकनीकी मदद का सहारा लिया। काफी छानबीन के बाद पुलिस को पता चला कि वारंटी पूरन कुमार वर्तमान में अल्मोड़ा के बेस क्षेत्र में एक किराये के मकान में छिपा हुआ है। पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे अल्मोड़ा से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार वारंटी पूरन कुमार को अब जिला कारागार अल्मोड़ा में दाखिल करने के लिए माननीय न्यायालय में पेश किया जा रहा है।





