महंगाई की बढ़ती मार को संभालने में नाकामी का हवाला देते हुए पद संभालने के महज 45 दिनों के बाद इस्तीफा दिया ब्रिटेन की प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने । सरकार से एक वरिष्ठ मंत्री के इस्तीफे और संसद के निचले सदन में सदस्यों द्वारा जमकर आलोचना के बाद बृहस्पतिवार को ट्रस ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। ट्रस अपने भविष्य को लेकर चल रहीं अटकलों के बीच डाउनिंग स्ट्रीट में बयान देकर इस्तीफे की घोषणा की। पिछले महीने सरकार ने एक आर्थिक योजना पेश की थी, जिसके असफल होने के कारण आर्थिक उथल-पुथल और राजनीतिक संकट पैदा हो गया।
इसके बाद ट्रस को वित्त मंत्री बदलने के अलावा अपनी कई नीतियों को भी उलटना पड़ा था। साथ ही उनके कार्यकाल के दौरान सत्तारूढ़ कन्जरवेटिव पार्टी में अनुशासनहीनता भी देखने को मिली। कन्जरवेटिव पार्टी के कई नेता कह रहे थे कि ट्रस को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। लंबे दबाव के बाद ट्रस ने पद छोड़ दिया। इससे पहले कन्जरवेटिव पार्टी के सांसद साइमन होरे ने कहा था कि सरकार अव्यवस्थित हो गई है
जनमत सर्वेक्षणों में लेबर पार्टी को बड़ी बढ़त मिलती दिखाई दे रही है, जिसके मद्देनजर कन्जरवेटिव पार्टी के कई नेताओं का मानना था कि ट्रस को हटाकर ही कोई उम्मीद की जा सकती है। इससे पहले, भारतीय मूल की ब्रिटिश गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने लंदन में मंत्रिस्तरीय संचार के लिए अपने निजी ई-मेल का इस्तेमाल करने की ‘‘गलती’’ के बाद बुधवार को पद से इस्तीफा दे दिया। ब्रेवरमैन (42) ने अपने ट्विटर हैंडल पर त्यागपत्र पोस्ट किया। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने गलती की। मैं इसकी जिम्मेदारी स्वीकार करती हूं।’’
पिछले शुक्रवार को क्रासिंस्की क्वार्टेंग को वित्त मंत्री पद से हटा दिया गया था और उनके उत्तराधिकारी, वित्त मंत्री जेरेमी हंट ने सोमवार को सरकार के मिनी-बजट में कटौती कर दी थी। इस कदम से ट्रस के नेतृत्व के लिए संकट और बढ़ने की आशंका पैदा हो गई। साथ ही उनके प्रधानमंत्री बने रहने पर भी संकट के बादल मंडराने लगे।