टिहरी जिले के घनसाली के थार्ती नैलचामी में बादल फटने से ग्रामीणों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। बादल सुबह छह बजे के करीब फटा। जिससे गाड़ गधेरे उफान पर आ गए। बादल फटने से ग्रामीणों की सिंचाई नहरें, खेती व फसलों को नुकसान हुआ है। कई पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं। जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंचकर नुकसान का जायजा ले रही है। बादल फटने से अभी तक किसी भी तरह से जान माल की सूचना नहीं है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी बृजेश भट्ट ने बादल फटने की पुष्टि की है।
वहीं रुद्रप्रयाग के जखोली विकास खण्ड़ के त्यॅूखर गांव के उपर बादल फटने से लोगों के खेत खलिहान बहें। मखेत गांव का शिव मंदिर भी बाढ़ की चपेट में आया है। जखोली विकास खण्ड़ के त्यॅूखर में बादल फटने की सूचना है। जहां ग्रामीणों के कई हेक्टर भूमि इस आपदा में बह गयी है। ग्रामीणों का कहना है कि पनगोला नामी तोक मे बादल फटने से लेागों के खेत खलिहान , गांव की पेयजल लाइन, सम्पर्क मार्ग व कई मकानों को खतरा बन गया है। आपदा की सूचना पर जिला प्रशासन और आपदा प्रबन्धन की टीम मोके के लिए रवाना हो चुकी है।अभी तक जान माल का कोई नुकसान की खबर नहीं है।