बागेश्वर ।आगामी मानसून काल में जिले में संभावित अतिवृष्टि,भूस्खलन,बाढ़,नदी का जल स्तर बढ़नेे जैसी प्राकृतिक आपदा की घटनाओं के प्रभावी रोकथाम के उपायों एवं बचाव तथा अन्य कार्य किए जाने की तैयारियों को लेकर बुधवार को जिलाधिकारी अनुराधा पाल की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठक हुई।
जिलाधिकारी ने कहा कि मानसून काल में पर्याप्त संसाधनों की जरूरत होती है, इसलिए जीवन रेखा से जुड़े विभाग अपने-अपने संसाधनों की पर्याप्त उपलब्धता बनायें रखेगें। सड़क से जुड़े विभागों को निर्देशित किया गया कि चिन्ह्ति संवेदनशील व भूस्खलन वाले डेंजर जोन पर मशीनरी के साथ मानव संसाधन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाय। ताकि सड़क मार्ग बाधित होने पर तत्काल मार्ग खोलने का कार्य तेजी के साथ की जा सके। जिलाधिकारी ने पीडब्ल्यूडी,पीएमजीएसवाई, वेप्कोस,ब्रीडकुल,बीआरओ व एनएच को भी अपने अपने सड़क मार्ग के चिन्हित कलवठो को खोलने व नालियों की सफाई समय से करने के निर्देश दिए। मानसून सत्र को देखते हुए जिलाधिकारी ने कपकोट को जोड़ने वाला निर्माणाधीन मोटर पुल का कार्य युद्ध स्तर पर करने के निर्देश दिए। तथा सोराग मोटर पुल का कार्य जून तक पूरा करने एवं कुँवारी मोटर पुल का कार्य तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए। बैठक में अधिशासी अभियंता लोनिवि द्वारा अवगत कराया गया कि मानसून सीजन से निपटने के लिए विभाग के पास पर्याप्त संसाधन उपलब्ध है। वर्तमान में बागेश्वर डिवीजन में 3 और कपकोट में 2 जेसीबी मशीन है। जबकि 10 मशीनों को आउटसोर्स से लेने की विभाग द्वारा तैयारी की गई हैं। बागेश्वर डिवीजन में 2200 कलवट और कपकोट में करीब 2100 कलवटों में से अधिकांश खोल दिए गए है। जिलाधिकारी ने कहा कि शहरी क्षेत्र में अमूमन देखा गया है कि कलवट बंद होने से पानी की जलभराव की स्थिति उत्पन्न होती है इसलिए शहरी क्षेत्र के संवेदनशील कलवटो का भौतिक सत्यापन किया जाय। इस हेतु जिलाधिकारी ने संबंधित एसडीएम को भी निरीक्षण करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने पीएमजीएसवाई को ग्रामीण सड़क मार्ग एवं बीआरओ व एनएच को राष्ट्रीय राजमार्ग के बाधित होने पर तत्काल आवागमन हेतु सुचारू करने पर पर्याप्त संसाधन मौजूद रखने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने भूस्खलन क्षेत्रों एवं निर्माण कार्यो के दौरान व डेंजर जोन पर जहां पहाड़ी से सड़क पर पत्थर गिरने का खतरा बना रहता हैं,वहां बोर्ड लगाने एवं बरसाती गदेरे जो बरसात होने पर उफान पर रहते है वहां लोगों की जानकारी के लिए चेतावनी बोर्ड लगाने के निर्देश कार्यदायी संस्थाओं को दिए। जिलाधिकारी ने वन विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि सड़क के किनारे तिरछे हुए पेड़ जिनके गिरने की संभावना है उनका चिन्हीकरण के साथ ही पातन की कार्रवाई की जाय। साथ ही शहरी क्षेत्र में पेड़ की खतरनाक टहनियां जिससे दुर्घटना होने की प्रबल संभावना बनी रहती है उनकी लापिंग की जाए। मानसून सत्र में सड़क मार्ग बाधित होने पर परिवहन विभाग को लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक लाने व ले जाने के लिए वाहनों के अधिग्रहण की कार्रवाई व प्लान बनाने के साथ ही सूची तैयार करने के निर्देश दिए। साथ ही जिले में संचालित मोटर सर्विसेज, गैराज वालों को भी मानसून सत्र को लेकर ब्रीफ करने को कहा। जिलाधिकारी ने मानसून काल में ग्रामीणों को राशन,घरेलू गैस आदि की कमी न हो इस हेतु अग्रिम रसद पहुंचाने के निर्देश जिला पूर्ति अधिकारी को दिए। तथा पेट्रोल पंपों में ईधन की पर्याप्त उपलब्धता बनायें रखने को कहा। जिलाधिकारी ने मानसून काल में विद्युत आपूर्ति व पेयजल को लेकर पर्याप्त संसाधन की उपलब्धता बनाये रखने के निर्देश ईई विद्युत व जल संस्थान को दिए। जिलाधिकारी ने मानसून काल के लिए चिन्हित आश्रय स्थलयों में पानी,बिजली रसद की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही ऐसे विद्यालय जो मानसून सत्र के दौरान संवेदनशील है ऐसे विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को दूसरे सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया जाय। जिलाधिकारी ने आपदा मित्रों को प्रशिक्षण देने के साथ ही खोज व बचाव के लिए उपयोग किए जाने वाले संसाधनों को भी चालू रखने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य विभाग को आवश्यक दवाइयों की उपलब्धता व पशुपालन विभाग को दवाइयां,चारा व पशु टीकाकरण की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। सिंचाई विभाग को बरसात में कुंती गधेरे से आबादी की ओर आने वाले मलबा,बोल्डर को रोकने के लिए चेकडैम बनाने के साथ ही पानी की निकासी के लिए बड़े पाईप लगाने के निर्देश दिए। ताकि वहां जल भराव की स्थिति उतपन्न न हो सके। जिलाधिकारी ने कठायतबाड़ा,बिलौना व भराड़ी आदि क्षेत्रों में भी पानी की निकासी के लिए सम्बंधित विभाग को तत्काल प्रभाव से उचित समाधान खोजने पर जोर दिया। बैठक में एसपी अक्षय कोंडे,एडीएम एनएस नबियाल,एसडीएम मोनिका,जितेंद्र वर्मा, अधि0अभि0 लोनिवि एके पटेल, विद्युत मोहम्मद अफजाल, जल संस्थान सीएस देवडी, सिंचाई केके जोशी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ हरीश पोखरिया, जिला पूर्ति अधिकारी मनोज कुमार बर्मन सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।