बागेश्वर। जिला मुख्यालय पर स्थित ऐतिहासिक झूला पुल की तकनीकी पहलुओं की जांच कर रही दिल्ली की प्रतिष्ठित तकनीकी टीम की रिपोर्ट आ गई है। डीएम अनुराधा पाल ने सचिव आपदा विनोद कुमार सुमन को बीते दिन आपदा की समीक्षा बैठक और स्थलीय निरीक्षण में इसकी जानकारी दी थी। रिपोर्ट के अध्ययन करने के बाद पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों द्वारा इस परिप्रेक्ष्य में जानकारी देते हुए बताया कि सेंटर रोड रिसर्च इंस्टीटयूट की तकनीकी टीम द्वारा सरयू नदी पर बने ऐतिहासिक झूला पुल पर फिलहाल आवागमन को असुरक्षित माना है। कहा है कि प्रशासन या तो नए सिरे से पुल का निर्माण करे या फिर पुल के क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत करे। कहा कि बिना मरम्मत किए इस पर आवागमन खतरे को न्योता देना होगा। जिला प्रशासन द्वारा पुल के निर्माण/मरम्मत की मंजूरी के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा है।
बता दें कि झूला पुल में दायां अबट्मेंट में दरार आने तथा झूला पुल के अन्य हिस्सों में उतपन्न खतरे और लोगों की सुरक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन ने झूला पुल पर आवागमन बंद किया था। तथा लोनिवि के माध्यम से माह मार्च में दिल्ली के सीआरआरआई की टीम से इसका निरीक्षण करवाकर सेफ्टी आडिट करवाया था। लोनिवि के सहायक अभियंता विजेंद्र सिंह मेहरा ने बताया कि सीआरआरआई ने 23 अगस्त को रिपोर्ट विभाग को सौंप दी है। जिसमें कहा गया है कि पुल के दायें अबट्मेंट में दरार आने व लोहे के पार्ट्स में जंग लग चुका है जिससे पुल में बिना मरम्मत/निर्माण किए आवागमन के लिए सुरक्षित नहीं है।