
बागेश्वर। एडीएम एनएस नबियाल की अध्यक्षता में बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में नारको समन्वय केंद्र की जिला स्तरीय समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक का उद्देश्य जिले में नशीले पदार्थों की तस्करी और उनके दुरुपयोग को रोकने हेतु समन्वित प्रयासों पर चर्चा करना था।
अपर जिलाधिकारी ने सभी संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि वे आपसी तालमेल से कार्य करें और नशे के विरुद्ध व्यापक जन-जागरूकता अभियान चलाएँ। उन्होंने विशेष रूप से युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने वन विभाग को वन क्षेत्रों में तथा सभी एसडीएम को वन पंचायत क्षेत्रों में भांग की खेती रोकने के लिए अभियान चलाने को कहा। इसके अलावा, सभी विभागों को सांख्यिकीय रिपोर्ट तैयार करने और नशा मुक्ति अभियान का प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। राजस्व एवं पुलिस विभाग को नियमित चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश भी दिए गए।
बैठक में पुलिस उपाधीक्षक अजय साह ने बताया कि इस साल एक जनवरी से 25 जून तक जिले में एनडीपीएस एक्ट के तहत 11 मामलों में 16 अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गई है। इसके अतिरिक्त, मादक पदार्थों के अवैध कारोबार से जुड़े तीन आरोपियों पर कार्यवाही की गई।
इसी अवधि में नशे की रोकथाम के लिए 341 जागरूकता कार्यक्रम/गोष्ठियाँ, सात बाइक रैलियां आयोजित की गई वहीं नशे में लिप्त 33 व्यक्तियों की काउंसलिंग की गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा “नशा मुक्त भारत अभियान” के तहत जिला कार्यालय बागेश्वर को प्लास्टिक मुक्त बनाने हेतु 30 स्टील की बोतलें (नशा मुक्त बागेश्वर अंकित) प्रदान की गईं।
बैठक में उपजिलाधिकारी प्रियंका रानी, ललित मोहन तिवारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी जसमीत कौर, तथा अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
