सारेगामापा में सुरों का जलवा बिखेर रहे नैनीताल के आरोह शंकर, शानदार गायकी से निर्णायकों और दर्शकों का जीत रहे दिल

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कमल कवि कांडपाल

नैनीताल। जी टीवी के प्रसिद्ध सिंगिंग रियलिटी शो सारेगामापा में नैनीताल के आरोह शंकर भी जलवा बिखेर रहे हैं। टॉप 12 की सूची में शामिल आरोह की गायकी से जज और दर्शक खासे प्रभावित हैं। क्वालिफाइंग राउंड से ही उन्हें खूब सराहना मिल रही है।


वर्तमान में कुसुमखेड़ा, हल्द्वानी और मूल रूप से धानाचूली, नैनीताल निवासी गिरिजा शंकर और विनीता के पुत्र आरोह नोएडा से बी टेक कर चुके हैं। २२ वर्षीय आरोह भारतीय शास्त्रीय संगीत गायन मे विशारद भी हैं। उन्होंने आठ वर्ष की उम्र से संगीत सीखना आरंभ कर दिया था।
नई दिल्ली और एनसीआर में अनेक स्टेज शो कर चुके उत्तराखण्ड के आरोह शंकर ने अपनी मख़मली आवाज़ और बेमिसाल गायकी से सारेगामापा के तीनों जज अन्नू मलिक, नीति मोहन और हिमेश रेशमिया का दिल जीत लिया। क्वालिफ़ाइंग राउंड में आरोह ने मोहम्मद रफ़ी द्वारा गाया गया मेरे हमदम मेरे दोस्त का “ना जा कही अब ना जा” गीत को जिस रूहानियत से गाया , उसपर अन्नू मलिक ने कहा की आरोह की आवाज़ एक पार्श्व गायक बनने के लिए तैयार है। अंतिम 25 में अपना स्थान बनाने के बाद आरोह ने बैटल राउंड में सोनू निगम द्वारा गया “अभी मुझ में कही “ गीत गाकर अपने प्रतिद्वंदी को हरा कर टॉप 12 में अपना स्थान बनाया। टॉप 12 के मुख्य राउंड में उन्होंने दूसरे प्रतिभागी वास्तव के साथ मिलकर “चप्पा चप्पा चरखा चले” और “सपने में मिलती है” गीत गाए।

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आरोह महान गायक मोहम्मद रफ़ी और सोनू निगम को अपना आइडल मानते है। उन्होंने 2020 में ऑनलाइन वर्ल्ड वाइड इण्डियन आइडल प्रतियोगिता में बॉलीवुड केटेगरी में आरोह ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। जिसको कैलाश खेर ने जज किया था । नये , पुराने , क्लासिकल, सेमी क्लासिकल सभी तरह के गीतों को मधुरता से गाने वाले आरोह इंजीनियर हैं, लेकिन वो संगीत को ही अपने जीवन का लक्ष्य बनाना चाहते हैं। आरोह का मानना है की एक सच्चा कलाकार बनने के लिए कड़ी मेहनत, लगन के साथ अपनों का आशीर्वाद और लोगो की दुआओ का महत्त्वपूर्ण योगदान रहता है।